इन जगह पर लगाएं पितरों के नाम का दीपक

हिंदू धर्म में माना गया है कि, अमावस्या तिथि पर स्नान-दान करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अप्रैल माह में आने वाली सोमवती अमावस्या पर किन जगहों पर दीपक जलाकर आप पितरों की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

जरूर करें ये काम
सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके साथ ही अमावस्या तिथि की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जरूर जलाएं और वहां बैठकर पितृ सूक्त का पाठ करें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की आर्थिक समस्याएं हल होती हैं।

बनेंगे बिगड़े हुए काम
सोमवार के दिन पड़ने के कारण सोमवती अमावस्या शिव जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। ऐसे में आप इस दिन कच्चे दूध में दही, शहद मिलाकर शिव जी अभिषेक करें और उनके समक्ष घी का चौमुखी दीपक जलाएं। इससे आपके बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं।

मिलेगी शनि दोष से मुक्ति
सोमवती अमावस्या पर सूर्यास्त होने के बाद किसी नदी में आटे से बने दीपक जलाकर प्रवाहित करें। इसके साथ ही सोमवती अमावस्या पर हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करना भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इससे आपको शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है।

इन जगहों पर जलाएं दीपक
अमावस्या की रात को घर के ईशान कोण यानी उत्तर और पूर्व दिशा के बीच में दीपक जलाने से व्यक्ति को पितरों और मां लक्ष्मी दोनों की आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही अमावस्या की शाम लाल रंग के धागे का प्रयोग करते हुए घी का दीपक जलाएं और इसमें केसर डाल दें। इसमें इसके बाद श्री सूक्त का पाठ करें। इस उपाय को करने से आपके घर में लक्ष्मी जी घर में वास बना रहता है।

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