फुलेरा दूज पर इन कामों से नाराज हो सकते हैं श्री कृष्ण

फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को समर्पित है। इस दिन फुलेरा दूज (Phulera Dooj 2025) मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन कुछ कामों को करने से श्री कृष्ण नाराज हो सकते हैं और जीवन में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं फुलेरा दूज के नियम।

पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज (Phulera Dooj 2025) का त्योहार मनाया जाता है। इस तिथि पर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही उनपर फूलों की वर्षा की जाती है।

इस पर्व के दिन मथुरा और वृंदावन समेत पूरे ब्रज में बेहद उत्साह देखने को मिलता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की उपासना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं फुलेरा दूज के दिन क्या करें और क्या न करें?

फुलेरा दूज के दिन क्या करें (What to do on Phulera Dooj)
इस दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें।
श्री राधा कृष्ण की शुभ मुहूर्त में पूजा करें और उनपर फूलों की वर्षा करें।
इसके अलावा गुलाल भी लगाएं।
देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें।
पूजा थाली में माखन, मिश्री और फल समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।
अन्न और धन का दान करें।
जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें।
इस दिन श्री राधा अष्टकम और कृष्ण चालीसा का पाठ जरूर करें।

फुलेरा दूज के दिन क्या न करें (What not to do on Phulera Dooj)
फुलेरा दूज के दिन काले रंग के कपड़ें न पहनें।
किसी से बातचीत के दौरान गतल भाषा का प्रयोग न करें।
किसी से वाद-विवाद न करें।
बड़े-बुजुर्गों, महिलाओं का अपमान न करें।

फुलेरा दूज 2025 डेट और टाइम (Phulera Dooj 2025 Date and Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह (Kab Hai Phulera Dooj 2025) के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 01 मार्च को रात्रि 03 बजकर 16 मिनट से हो रही है। वहीं, तिथि का समापन 02 मार्च को रात्रि 12 बजकर 09 मिनट पर होगा। इस प्रकार 01 मार्च को देशभर में फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाएगा।

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