65 साल से ज्यादा और उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए फाइजर की बूस्टर डोज को मिली मंजूरी

अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की सलाहकार समिति ने देश में 16 साल से अधिक के सभी लोगों को कोरोना की फाइजर वैक्सीन की बूस्टर डोज देने के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया. हालांकि पैनल ने 65 से अधिक और उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए फाइजर कोविड बूस्टर डोज को मंजूरी दी है.

एफडीए का ये फैसला बाइडेन प्रशासन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी के बीच हाल ही में एक्सपर्ट ने कोरोना से एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन के लिए बूस्टर डोज देने की सिफारिश की थी. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था, जल्द ही सभी अमेरिकियों के लिए बूस्टर डोज उपलब्ध होगी.

16/2 से फेल हुआ प्रस्ताव

बाइडेन के ऐलान के बाद माना जा रहा था कि एफडीए की सलाहकार समिति सभी को बूस्टर डोज लगाने की मंजूरी दे देगी. लेकिन पैनल ने 16/2 के फैसले से इस प्रस्ताव को नकार दिया. पैनल के सदस्यों ने बूस्टर डोज पर सेफ्टी डेटा की कमी का हवाला दिया, साथ ही विशिष्ट समूहों को लक्षित करने के बजाय बड़े पैमाने पर बूस्टर देने के फैसले पर भी सवाल उठाए.

इसके बाद पैनल ने 18-0 से फैसला किया कि 65 साल से अधिक उम्र वाले और उच्च जोखिम वाले लोगों को बूस्टर डोज लगाई जानी चाहिए, जिन्हें संक्रमण का सबसे ज्यादा डर है.

दूसरी डोज के 8 महीने बाद बूस्टर डोज की थी सिफारिश

हाल ही में अमेरिकी विशेषज्ञों ने वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 8 महीने बाद हर उम्र के लोगों को बूस्टर डोज देने की सिफाऱिश की थी. लेकिन एफडीए के पैनल ने इसके विपरीत फैसला किया. एफडीए से अगले कुछ दिनों में बूस्टर पर निर्णय लेने की उम्मीद है, लेकिन आमतौर पर एफडीए समिति की सिफारिशों का ही पालन करता है.

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