अभिनव अरोड़ा की याचिका पर हुई सुनवाई, संत रामभद्राचार्य मामले में सात यूट्यूबर के खिलाफ दायर की है याचिका
शुक्रवार को मथुरा पहुंचे अभिनव अरोड़ा ने एक कविता के माध्यम से अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि हम इतने भी बुरे नहीं थे, जितने इल्जाम लगाए लोगों ने।
बाल संत के नाम से विख्यात अभिनव अरोड़ा शुक्रवार को एसीजेएम प्रथम की कोर्ट में पहुंचे। यहां उनकी याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान साइबर थाने से आई आख्या स्पष्ट नहीं थी। इसके चलते कोर्ट ने साइबर थाने को स्पष्ट आख्या दाखिल करने के निर्देश देते हुए सुनवाई के लिए तीन जनवरी की तारीख मुकर्रर की है।
दिल्ली की जनकपुरी स्थित चंद्रनगर निवासी बाल संत अभिनव अरोड़ा ने 28 अक्तूबर को एसीजेएम (प्रथम) सोनिका वर्मा की कोर्ट में सात यूट्यूबर के खिलाफ याचिका दायर की। आरोप है कि निजी स्वार्थ के लिए रामभद्राचार्य महाराज द्वारा उन्हें डांटने का वीडियो वायरल किया और सोशल मीडिया पर ट्रोल किया। शुक्रवार को एसीजेएम (प्रथम) की कोर्ट में बाल संत अपनी मां और अधिवक्ता के साथ आए। पिछली तारीख पर कोर्ट ने साइबर थाने से मामले की रिपोर्ट मांगी थी। साइबर थाने की रिपोर्ट कोर्ट ने देखी तो वह स्पष्ट नहीं थी।
हम इतने भी बुरे नहीं जितने इल्जाम लगाए लोगों ने
शुक्रवार को मथुरा पहुंचे अभिनव अरोड़ा ने एक कविता के माध्यम से अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि हम इतने भी बुरे नहीं थे, जितने इल्जाम लगाए लोगों ने। चंद लाइक और व्यूज के लिए न जाने कितनी बात बनाई लोगों ने, भेड़चाल में चलकर न कैसे सब बहक गए, राधा नाम लेने को भी धंधा बताया लोगों ने। मैं अदना सा बालक तो कान्हा जी का सेवक हूं, मेरी तो छोडो इनकी भक्ति का मजाक बनाया लोगों ने।