बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेकर लोग पहुंचे चपरासी का इंटरव्यू देने

इंदौर/भोपाल। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में रविवार को अभ्यर्थी प्रथम श्रेणी नौकरी की डिग्री लेकर पहुंचे। कोई बीएबीएससी था तो कोई एमए-एमएससी। बीसीए और बीई वाले भी कतार में थे। आठवीं की योग्यता वाली नौकरी में बड़ी-बड़ी डिग्रियों का प्रदर्शन था। सरकारी नौकरी मिल जाए इसलिए सभी चपरासी, ड्राइवर और स्वीपर भी बनने को तैयार थे। हालांकि अभ्यर्थियों की बड़ी डिग्रियां रखी की रखी रह गईं, क्योंकि वेरीफिकेशन केवल आठवीं की अंकसूची का ही हुआ।

बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेकर लोग पहुंचे चपरासी का इंटरव्यू देनेमालवा-निमाड़ में सवाल- खिचड़ी बनाना आती है?

जिला न्यायालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के चयन के लिए सीधी भर्ती प्रक्रिया हुई। भर्ती प्रक्रिया में बीकॉम, एमएससी, एमए, बीई और बीसीए किए हुए अभ्यर्थी भी कतार में नजर आए। खंडवा में आवेदकों मेंसे करीब 70 प्रतिशत ग्रेज्युएट और पोस्ट ग्रेज्युएट शामिल थे। साक्षात्कार के दौरान अभ्यर्थियों से ‘तुम्हें खिचड़ी बनाना आता है, चाय बनाना आती है” जैसे प्रश्न पूछे गए। रतलाम में भी बड़ी संख्या उच्च शिक्षित युवा शामिल हुए। रायसेन में 18 पदों के लिए तीन हजार युवा साक्षात्कार देने आए।

इंदौर में पांच हजार आवेदक पहुंचे कोर्ट, 33 पदों पर होना है भर्ती

जिला कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी संविदा के करीब 33 पदों के लिए 10 हजार से अधिक आवेदकों ने आवेदन किया है। रविवार को इंदौर जिला कोर्ट में इनके लिए भर्ती प्रक्रिया रखी गई। पहले दौर में करीब पांच हजार आवेदक पहुंचे, जिससे कोर्ट में भीड़ लग गई थी। आमतौर पर रविवार को कोर्ट में अवकाश रहता है, लेकिन इस बार यहां पैर रखने की भी जगह नहीं थी। सुबह से ही पुलिस बल तैनात था।

यहां चालक, चपरासी, माली और स्वीपर के करीब 33 पद खाली हैं। आवेदकों के साक्षात्कार जज लेंगे, जिसके बाद इन्हें शार्ट लिस्ट किया जाएगा। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास थी, लेकिन इसके लिए इंजीनियर, एमबीए और बीबीए जैसी ड्रिगीधारक युवाओं ने आवेदन किया है। शेष पांच हजार लोगों के साक्षात्कार होना बाकी है।

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