दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ के विरोध में उतरे लोग
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने मंगलवार को देश के विपक्ष पर संसद को नियंत्रित करने, उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखने और सरकार को राज्य विरोधी गतिविधियों से पंगु बनाने का आरोप लगाते हुए साउथ कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की।
दरअसल, उन्होंने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ने एक टेलीविजन ब्रीफिंग में यह घोषणा की, जिसमें उन्होंने उत्तर कोरिया समर्थक ताकतों को खत्म करने और संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करने की कसम खाई। राष्ट्रपति की घोषणा के बाद लोग सड़क पर उतर आए और पुलिस से भिड़ की खबरें सामने आ रही हैं।
देश के शासन पर क्या पड़ेगा असर?
राष्ट्रपति के इस फैसले से देश के शासन और लोकतंत्र पर क्या असर पड़ेगा इसको लेकर अभी अभी कुछ कहा नहीं जा सका है। हालांकि, इस कदम का राजनेताओं ने तुरंत विरोध किया, जिसमें उनकी अपनी रूढ़िवादी पार्टी के नेता हान डोंग-हून भी शामिल थे, जिन्होंने इस निर्णय को गलत बताया और लोगों के साथ मिलकर इसे रोकने की बात कही।
वहीं, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक योल के इस फैसला का विपक्षी भी विरोध कर रहे हैं। विपक्षी नेता ली जे-म्यांग ने आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा को अवैध और असंवैधानिक बताया है।
राष्ट्रपति यूं सुक योल ने कही ये बात
जानकारी के अनुसार यून सुक योल दक्षिण कोरिया के औपचारिक नाम का हवाला देते हुए एक टेलीविजन भाषण के दौरान कहा, “इस मार्शल लॉ के ज़रिए, मैं कोरिया के स्वतंत्र गणराज्य का पुनर्निर्माण और सुरक्षा करूंगा, जो राष्ट्रीय बर्बादी की गहराई में गिर रहा है।”
उन्होंने लोगों से उन पर विश्वास करने और कुछ असुविधाओं को सहन करने के लिए कहते हुए कहा, “मैं जितनी जल्दी हो सके राज्य विरोधी ताकतों को खत्म कर दूंगा और देश को सामान्य बना दूंगा। राष्ट्रपति यून सुक योल की स्वीकृति रेटिंग हाल के महीनों में गिर गई है।”साल 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद से विपक्ष द्वारा नियंत्रित संसद के खिलाफ अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यून की रूढ़िवादी पीपुल्स पावर पार्टी अगले साल के बजट बिल को लेकर उदार विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गतिरोध में फंस गई थी।
घोटालों की जांच की मांग को खारिज कर रहे राष्ट्रपति
विपक्ष सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट प्रॉसिक्यूटर्स ऑफिस के प्रमुख सहित तीन शीर्ष अभियोजकों पर महाभियोग चलाने के लिए प्रस्ताव पारित करने का भी प्रयास कर रहा है, जिसे रूढ़िवादियों ने ली पर उनकी आपराधिक जाँच के खिलाफ़ प्रतिशोध कहा है, जिन्हें जनमत सर्वेक्षणों में 2027 में अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पसंदीदा के रूप में देखा गया है।बताया जा रहा है कि यून सुक योल अपनी पत्नी और शीर्ष अधिकारियों से जुड़े घोटालों की स्वतंत्र जांच की मांग को भी खारिज कर रहे हैं, जिसके चलते उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई है। यूं की घोषणा के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने कथित तौर पर अपने सांसदों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।