पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट और टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाल कामरान अकमल ने पाकिस्तान के चयनकर्ताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने पाक चयनकर्ताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि पाक राष्ट्रीय टीम को चयन करते समय भारतीय चयनकर्ताओं से सीख लेनी चाहिए।
दरअसल, हैदाबाद में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी चयनकर्ताओं के मुकाबले भारतीय चयनकर्ता अपने खिलाड़ियों को अधिक मौका देते हैं। इसके अलावा बट ने कहा, ‘टीम इंडिया अपने खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर पर क्रिकेट खेलने का ज्यादा मौका देता है। एक समय रोहित शर्मा की बल्लेबाजी औसत 25-30 के आसपास थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें लगातार मौके दिए और आज वह वर्ल्ड क्लास बैट्समैन है।’
इस दौरान कामरान ने कहा, ‘आपको ऐसे घरेलू पिचें तैयार करने की जरुरत है जहां बल्लेबाज अपनी पारी को संवार सकता है और लंबे समय तक विकेट पर टिक सकता है। ऐसा इसलिए होना चाहिए ताकि बल्लेबाजों को इससे आत्मविश्वास मिले और वे इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि घरेलू टूर्नामेंट कायदे-आजम-ट्राफी में 20 से ज्यादा ऐसे मौके रहे जहां टीमें 100 रन के अंदर सिमट गई।’
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और कोच जावेद मियांदाद ने अपने देश के क्रिकेट बोर्ड से निकट भविष्य में टीम इंडिया से खेलने के बारे में भूलने और खेल ढांचे में सुधार पर ध्यान देने की बात कही। मियांदाद ने कराची में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा, ‘वे हमसे नहीं खेलना चाहते। यदि हम टीम इंडिया से नहीं खेलते तो हमारा क्रिकेट खत्म नहीं होगा। हमें आगे बढ़ना चाहिए और उनके बारे में भूल जाना चाहिए।’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि कि पीसीबी को द्विपक्षीय मुकाबलों के लिए बीसीसीआई से भीख मांगने की कोई जरूरत नहीं है।’
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘वे पिछले 10 वर्षों से हमसे नहीं खेले हैं, तो क्या हुआ? क्या हमारा क्रिकेट नीचे चला गया है? नहीं, हमने अच्छा किया है। चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को हराया। पाकिस्तान में क्रिकेट खत्म नहीं हो सकता।’
बता दें कि टीम इंडिया और पाकिस्तान ने 2008 मुंबई आंतकी हमलों के बाद से दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के चलते 2012 के बाद से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है।