ओमिक्रॉन के दहशत के बीच विदेश से उत्तराखंड लौटे 2 सौ से ज्यादा लोग लापता
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के बीच देहरादून में विदेश से लौटे लोगों ने सिस्टम की चिंता बढ़ा दी है। देहरादून में पिछले 40 दिन में लौटे 224 लोग ‘लापता’ हो गए हैं। उनसे स्वास्थ्य विभाग का संपर्क नहीं हो पा रहा है। किसी का नंबर बंद है तो किसी ने गलत नंबर दिया हुआ है। वहीं कई के पते भी गलत निकल रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे लापता लोगों की सूची पुलिस को सौंपी गई है।
एलआईयू एवं स्थानीय पुलिस की मदद से ऐसे लोगों को अब खोजा जाएगा। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. राजीव दीक्षित ने बताया कि एक नवंबर से अब तक जिले में 632 लोग पहुंचे हैं। इनकी सूची भारत सरकार से मिली है। सर्विलांस टीम उन्हें ट्रेस कर आइसोलेट कर रही है। चिकित्सकों की एक टीम भी उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे है।
लेकिन इनमें से 224 लोग ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं, जो विभिन्न देशों से लौटे हैं । कई ने नंबर गलत, तो कई ने अधूरे नंबर लिखवाए हैं और पता भी गलत दे दिया है। अब एलआईयू की मदद ली गई है ताकि ऐसे विदेश से लौटे नागरिकों को ढूंढा जा रहा है।
सभी की कोरोना जांच जरूरी
डीएसओ डा. दीक्षित ने बताया कि भारत सरकार के आदेशानुसार विदेश से आने वाले लोगों को सात दिन तक घर में क्वारंटाइन रहना है। उसके बाद आठवें दिन कोरोना जांच कराई जानी है। रिपोर्ट यदि नेगेटिव भी आती है तो सात दिन के लिए उसके बाद भी आइसोलेशन में रहना होगा। सभी यात्रियों से कहा जा रहा है कि वो आठवें दिन ही जांच कराएं। जीनोम सिक्वेंसिंग को सैंपल भेजें
लैबों, अस्पतालों के द्वारा जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल न भेजे जाने पर आईडीएसपी की ओर से दोबारा रिमाइंडर भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि जीनोम सिक्वेंसिंग पर ही अब फोकस किया गया है। सभी पॉजिटिव पाए गए लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएं, ताकि कोरोना के वेरिएंट की पहचान की जा सके।
यहां कर सकते हैं संपर्क
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. दीक्षित ने कहा कि विदेश से लौटे लोग उनके मोबाइल नंबर 94115 59850 या हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क कर सकते हैं। लोगों को कोरोना के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। कोरोना के केस कम जरूर आ रहे हैं, लेकिन कोरोना खत्म नहीं हुआ है।