मच्छर जनित बीमारियों पर सामुदायिक स्वयंसेवकों का उन्मुखीकरण
मच्छरों से बचाव के लिए बरतें खास सतर्कता
लखनऊ : जिला समन्वय समिति के सहयोग से फेमिली हेल्थ इंडिया के तत्वावधान में संचालित एम्बेड परियोजना के सामुदायिक स्वयं सेवकों का मच्छर जनित रोगों पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन बृहस्पतिवार को भारतीय आदर्श विद्यालय, नंदाखेड़ा, अम्बेडकरनगर- ऐशबाग में किया गया। इस मौके पर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक डा. विकास सिंघल ने बताया कि मच्छर जनित रोगों से बचने के लिए एवं इस अभियान की सफलता के लिए सभी का सहयोग जरूरी ह| इस अभियान के तहत प्रतिभाग कर रहे सभी स्वयं सेवकों के सक्रिय सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से ही मच्छर जनित इन बीमारियों से बचा जा सकता है| किसी भी दशा में घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें। उन्होंने बताया कि मच्छरों से बचाव करके ही इन मच्छर जनित बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सकता है। डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर दिन के समय में काटता है| इसलिए सुबह – शाम पूरी आस्तीन के कपड़े अवश्य पहनें और मच्छर रोधी साधनों का उपयोग करें एवं इनके पनपने वाले स्थलों को नष्ट करते रहें। मास्टर ट्रेनर डी एन शुक्ला ने कहा- डेंगू और जीका दोनों ही मच्छर जनित बीमारियां हैं| इसलिए समुदाय में लोगों को मच्छरजनित बीमारियाँ न उत्पन्न होने देने और इनसे बचाव के लिए जागरूक करें।
जीका वायरस से बचने के लिए तीन बातें ध्यान में रखें
मच्छरदानी में सोएं व मच्छर रोधी रेपेलेंट का प्रयोग करें, बुखार और सिर दर्द को हल्के में न लें और प्रशिक्षित चिकित्सक को अवश्य दिखाएं, स्किन पर चकत्ते दिखें तो अलर्ट हो जाएं। उन्होने एम्बेड के सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन सुगमकर्ताओं एवं सामुदायिक स्वयंसेवकों का समुदाय में समुचित जानकारी देने का आह्वान किया। एम्बेड समन्वयक धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने स्लोगन -हमारा संकल्प, डेंगू से मुक्ति, एक खुराक खायेंगे, फाइलेरिया को भगाएंगे एवं हर रविवार मच्छरों पर वार के माध्यम से अपनी बात कही। उन्होंने इस संबंध में क्या करें, क्या न करें एवं डेंगू/जीका वायरस फैलाने वाले मच्छर कहॉं पनपते हैं के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में कम्युनिटी स्वयं सेवकों द्वारा सवाल पूछे गये| इनमें प्रमुख सवाल इस तरह रहे, जैसे- जीका और डेंगू में क्या अन्तर है, कैसे करें जीका, डेंगू एवं मलेरिया की पहचान एवं बचाव,इन सभी सवालों का जवाब डा. विकास सिंघल ने दिए| इस मौके पर प्रधानाध्यापक रूपा त्रिपाठी ने सभी का धन्यवाद किया इस अवसर पर मलेरिया निरीक्षक अविनाश कुमार, एम्बेड एम0आई0एस0 हर्ष यादव, अर्चना, संगीत, कुषलौटा, रीता, सुमन, सीमा, गौसिया, संतोष, जागृति, अनीता, दुर्गा, गुड्डी, रेशमा, सहित स्वयंसेवक उपस्थित रहे।