रुपये की नरमी पर प्रतिक्रिया की जरूरत नहीं: पीयूष गोयल

डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में भारी गिरावट के बीच वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि इस मामले में ‘झटके में प्रतिक्रिया’ करने की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि वैश्विक व्यापार में प्रशुल्क-युद्ध छिड़ने, कच्चे तेल के दाम में उछाल और अमेरिका में ब्याज दर में बढ़ोतरी से विदेशी पूंजी की निकासी के बीच गुरुवार को पहली बार डॉलर के मुकाबले रुपया 69.10 तक हल्का हो गया था. हालांकि बाद में यह कुछ सुधर कर 18 पैसे की गिरावट के साथ 68.79 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह डॉलर के मुकाबले रुपये की अब तक की न्यूनतम बंद दर है.

किसी कार्रवाई को आवश्यकता नहीं

गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि घरेलू मुद्रा की विनिमय दर को लेकर झटके में किसी कार्रवाई को आवश्यकता नहीं है. वित्त मंत्री ने रुपये की गिरावट से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि वैश्विक कारकों को ध्यान में रखते हुए सभी हितधारकों से सलाह-मशवरा करने के बाद उचित कदम उठाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि देश के पास पर्याप्त मात्रा में विदेशी मुद्रा भंडार मौजूद है.

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‘भाजपा वाले ‘अच्छे दिनों’ का इंतजार

इससे पहले पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रुपये के अब तक के सबसे निचले स्तर पर चले जाने पर मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आखिर वो ‘अच्छे दिन’ कब आएंगे जब एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 40 रुपये होगी. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा वाले ‘अच्छे दिनों’ का इंतजार है, जब एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 40 रुपये होगी.’

कांग्रेस ने रुपये के अब तक सबसे निचले स्तर पर चले जाने को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ‘शर्मनाक और काला दिन’ करार दिया था और कहा था कि इस स्थिति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए. गौरतलब है कि गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे लुढ़ककर अब तक के निम्नतम स्तर 69.10 रुपए पर पहुंच गया था.

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