ऑन डिमांड वाहनों की चोरी करने वाले गैंग का ऐसे हुआ पर्दाफाश

यूपी के गाज़ियाबाद जिले में पुलिस ने ऑन डिमांड वाहन चोरी करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस के मुताबिक ये गैंग किसी कंपनी की तरह काम करता था. जहां दो बदमाशों की जिम्मेदारी आर्डर लाना था तो दो बदमाश रेकी करते थे. फिर दो बदमाश गाड़ी चोरी कर उसका चेसिस नंबर बदल कर उसे बेच देते थे.

गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि इस गिरोह के शातिर बदमाश वाहन चोरी कर स्कैनर और डाई मशीन की मदद से नया इंजन और चेसिस नंबर छाप दिया करता थे, और उसके बाद मोटरसाइकिल और स्कूटी को अच्छे दामों में मार्केट में बेचा करते थे.

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पुलिस के मुताबिक गैंग के लोग नकली पेपर का इतना बढ़िया सेट तैयार करते थे कि किसी को शक नहीं होता था.पुलिस को इस गैंग की जानकारी बहुत पहले से थी लेकिन ये शातिर गैंग पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा था. पुलिस ने इस गैंग को पकड़ने के लिए एक अलग टीम बनाई थी.

वो टीम इंदिरापुरम इलाके में बैरिकेट लगा कर गाड़ियों की जांच कर रही थी. तभी इस गैंग के बाइक सवार दो बदमाश बैरिकेट से पहले ही अपनी बाइक वापस घुमाने लगे. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रुकने को कहा. तभी ये बदमाश भागने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.

पकड़ में आये बदमाशों की पहचान फज़र, मेहताब और सद्दाम के रूप में हुई है. इन तीनों में फजर गैंग लीडर है जो कि गाजियाबाद के घंटाघर कोतवाली थाना क्षेत्र के कैला भट्टा का रहने वाला है. पुलिस की मानें तो वो लगातार वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था.

इस गिरोह के पकड़े जाने के बाद एनसीआर में दुपहिया वाहन चोरी की कई घटनाओं का खुलासा होने की उम्मीद है. पुलिस अब इस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है. चोरों के पास से पुलिस ने 16 दुपहिया वाहन बरामद किए हैं. जिनमें स्कूटी और मोटरसाइकिल दोनों शामिल है.

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