अधिकारियो ने रही फसल अवशेष में आग लगाने वाले किसानों पर नजर ,पढ़े पूरी खबर

गुहला-चीका। गुहला खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के सेमिनार हॉल में शनिवार को डीसी प्रशांत पवार ने अधिकारियों, कर्मचारियों व फसल अवशेष प्रबंधन के लिए गठित कमेटी के सदस्यों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि ग्राम, खंड व जिला स्तरीय गठित कमेटियां सतर्क होकर फसल अवशेष में आग लगाने वाले किसानों पर पूरी निगरानी रखें। यदि कोई किसान धान की फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों में आग लगाते हुए पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई अमल में लाई जाए।
डीसी ने कहा कि सभी कमेटियां अपने-अपने क्षेत्रों में दौरा करते रहे। वे किसानों को समझाएं कि अवशेषों में आग लगाने से पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है। इसलिए आग लगाने की घटनाओं को पूरी तरह बंद करना होगा और यह जिम्मेदारी हम सबकी है। हरियाणा सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन के तहत कृषि यंत्रों पर अनुदान प्रदान किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इन यंत्रों का प्रयोग करके अपनी आय में बढ़ोतरी कर सके। जो किसान फसल अवशेषों में आग लगाता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ जुर्माने के साथ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है और भविष्य में संबंधित किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ भी विभाग नहीं देगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे बचे हुए फसल अवशेषों में आग नहीं लगाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई किसान या व्यक्ति पराली जलाता हुआ पाया जाता है तो उससे पर्यावरण के नुकसान की भरपाई की जाएगी, जिसके तहत दो एकड़ भूमि तक 2500 रुपये प्रति घटना, दो से पांच एकड़ भूमि तक पांच हजार रुपये प्रति घटना, पांच एकड़ से ज्यादा भूमि पर 15 हजार रुपये प्रति घटना है। इस मौके पर एसडीएम कृष्ण कुमार, डीडीए डॉ. महावीर सिंह, तहसीलदार अनिल बिढ़ान, नायब तहसीलदार सुनील, बीडीपीओ अशोक मेहरा, नरेंद्र कुमार, जगदीश मलिक आदि मौजूद रहे।