अब ब्लैक या ग्रीन टी छोड़, पीजिए कमल के पत्ते की चाय
तालाब में उगने वाले कमल के पत्ते से बनी चाय एक प्रकार की हर्बल टी है, जो कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर होती है। जिसे सूखे कमल के पत्तों से तैयार किया जाता है। सबसे पहले इसकी शुरुआत प्राचीन चीन में हुई थी।जहां इसे शारीरिक शुद्धि, स्ट्रेस को कम करने और वेट लॉस करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन इसके औषधीय गुणों की वजह से अब ये लगभग पूरे एशिया में भी काफी लोकप्रिय हो रही है। तो आइए हम सब भी जानते हैं इसे बनाने की आसान विधि और इससे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
कमल के पत्ते की चाय बनाने की विधि
इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में डेढ़ कप पानी को गर्म होने के लिए रखें अब इसमें 1-2 चम्मच सूखे कमल के पत्ते डालें और 5-7 मिनट तक उबालें। अब चाय को छान लें और स्वादानुसार शहद या नींबू मिलाएं। इस तैयार चाय को गर्मागर्म या ठंडी पी सकते हैं।
कमल के पत्ते की चाय के स्वास्थ्य लाभ
वजन घटाने में सहायक- कमल के पत्तों में ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो फैट को कम करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे तेजी से वजन घटाना आसान हो जाता है।
दिल की सेहत को बढ़ावा- इस चाय में फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर हार्ट हेल्थ को बनाए रखते हैं।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित- इसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और हाई ब्लड प्रेशर से बचाव में मदद करता है।
शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन- कमल के पत्ते प्राकृतिक डिटॉक्स एजेंट होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालते हैं, जिससे त्वचा में निखार आता है और शरीर ताजगी महसूस करता है।
पाचन में सुधार- इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को सही बनाए रखती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
सूजन और जलन में राहत- कमल के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं।
मानसिक शांति और तनाव कम करना- यह चाय तनाव को कम करती है, मस्तिष्क को शांत रखती है, और बेहतर नींद में मदद करती है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।