अब शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को काजी को बताना होगा ये सच, तबी पढ़ा जाएगा निकाह

एक अनोखा फरमान सुनाया गया है, जिसके तहत दूल्हा और दुल्हन को पहले काजी को ये सच बताना होगा, उसके बाद ही उनका निकाह पढ़ा जाएगा। हरियाणा के जिला नूंह में हुई महापंचायत में छह बड़े फैसले लिए गए। इनमें से एक फैसला ये कि अब निकाह से पहले शादी में बीफ नहीं पकाने की गारंटी दोनों परिवारों को काजी को देनी होगी।

अब शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को काजी को बताना होगा ये सच, तबी पढ़ा जाएगा निकाहअगर कोई यह साबित नहीं कर पाता है तो निकाह न पढ़ाया जाए। जिला नूंह के रेस्ट हाउस में हुई महापंचायत में सर्व सहमति से यह फैसला लिया गया। इसमें नूंह, अलवर, रेवाड़ी, भरतपुर, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम जिलों के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

साकरस गांव के पूर्व सरपंच फजरूद्दीन बेसर की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में बाईसी पाल के चौधरी सोहराब खान (पूर्व डीएसपी) ने इस बात का अनुमोदन किया कि निकाह तभी पढ़ा जाए जब शादी में बीफ नहीं पकाने की तहकीकात गवाह कर लें, जिनके सामने निकाह होना है।

ये छह फैसले लिए गए महापंचायत में

मेवात विकास सभा द्वारा गोतस्करी पर बुलाई गई महापंचायत में समाजसेवी रमजान चौधरी ने छह कड़े फसलों का मसौदा पढ़ा, जिस पर सभी ने रजामंदी जताई। इस फैसलों में शादी में बीफ नहीं पकाने पर ही निकाह हो, गाय राष्ट्रीय पशु बने, प्रत्येक माह बैठक हो, तीन कमेटी बनें, निरीक्षक की जांच के बाद मुकदमे दर्ज हों, गोतस्करों का बहिष्कार किए जाने आदि शामिल हैं।

इस दौरान हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़, राजस्थान जोन के जमियत सदर मौलाना याह्या करीमी, मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी, पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी आजाद मोहम्मद, पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद, चौधरी अख्तर चंदेनी, स्वामी चंद्रेश रेवाड़ी, विधायक नसीम, पूर्व विधायक चौधरी अजमत खान, पूर्व विधायक शहीदा खान, चौधरी तैयब घासेड़िया, पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, मेवात विकास सभा अध्यक्ष सलामुद्दीन, डॉ. मकसूद पार्षद, इतिहासकार सद्दीक मेव, कवि इलियास प्रधान, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र देशवाल, नरेंद्र  पटेल, जाहिद चेयरमैन भाजपा, संघ नेता जसवंत गोयल, दीन मामलिका, कांग्रेस नेता इब्राहिम इंजीनियर, सुंध बाईसी चौधरी वरुण जेलदार, इकबाल जेलदार समेत काफी संख्या में लोग व गोतपाल के चौधरी महापंचायत में शामिल हुए।

 
 
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