विमान को धमकी देने वालों की खैर नहीं, केंद्र ने मेटा और एक्स से मांगा डेटा

विमानों को बम से उड़ाने की धमकी देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को देशभर में 83 विमानों को बम से उड़ाने की फिर धमकी मिली। पिछले 11 दिनों में 274 विमानों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं। केवल बुधवार ऐसा दिन रहा, जब कोई धमकी नहीं मिली। इस बीच फर्जी बम धमकी के संदेशों और फोन काल को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने इन गतिविधियों में शामिल लोगों की पहचान करनी शुरू कर दी है।

केंद्र ने मेटा और एक्स से मांगा डेटा

सरकार ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म मेटा और एक्स से कहा है कि वे अपने प्लेटफार्म से कई एयरलाइनों को निशाना बनाकर की गई ऐसी फर्जी कॉल और संदेशों से संबंधित डाटा साझा करें। यही नहीं, सरकार ने शीर्ष बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी समूहों से भी इस तरह के फर्जी काल करने वाले लोगों की पहचान करने में सहयोग करने को कहा है।

गुरुवार को एअर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो की 20-20 फ्लाइटों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके अलावा अकासा एयर की 13, अलायंस एयर और स्पाइसजेट की पांच-पांच उड़ानों को भी धमकियां मिलीं। धमकियां मिलने के बाद कुछ उड़ानों को डायवर्ट किया गया और अन्य फ्लाइटों को लैंडिंग के बाद आइसोलेशन-बे में ले जाकर सघन तलाशी ली गई।

जांच एजेंसियों और एयरपोर्ट टीमों की छानबीन के बाद ये धमकियां फर्जी पाई गईं। हालांकि जांच के चलते ये फ्लाइटें देरी से अपने गंतव्य की ओर रवाना हुईं।आज मिली धमकियां एडम लैंजा के नाम से बनाए गए एक एक्स हैंडल से भेजी गई हैं। लैंजा 2012 में अमेरिका के न्यूटाउन के एक स्कूल में हुए शूटआउट में शामिल था। 20 वर्षीय एडम लैंजा ने अंधाधुंध गोलीबारी कर 20 बच्चों समेत 26 लोगों को मार डाला था।

इसके बाद सुरक्षा कर्मियों के मोर्चा संभालते ही उसने खुद भी सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। शूटआउट करने से पहले लैंजा ने अपने घर पर ही अपनी मां की गोली मारकर हत्या की थी। उधर, केंद्रीय साइबर एजेंसियों को तकनीकी विशेषज्ञों के एक ग्रुप पर भारतीय एयरलाइनों को बम की झूठी धमकियों के साथ निशाना बनाने का संदेह है।

शीर्ष सूत्रों ने बताया कि सरकार ने कुछ लोगों का पता लगा लिया है जो एयरलाइनों को निशाना बनाकर की गई फर्जी बम धमकी काल करने में संलिप्त थे। उन पर कार्रवाई की जा रही है। सरकारी सूत्रों ने हालांकि इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि ये फर्जी काल और संदेश कहां से आए तथा इनके पीछे कौन लोग थे। उन्होंने कहा कि मेटा और एक्स को सहयोग करना होगा और मांगा गया डाटा उपलब्ध कराना होगा क्योंकि मामला सार्वजनिक हित से जुड़ा है।

बता दें कि एक्स पर धमकियां मिलने के बाद केंद्र ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के अधिकारियों को सहयोग न करने पर बुधवार को कड़ी फटकार लगाई थी। एक्स से पूछा था कि इस तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

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