कासगंज हिंसा: दूसरे दिन भी नहीं थमें लोग, देर रात फिर फैली हिंसक आग

कासगंज। गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा पर पथराव को लेकर भड़की हिंसा में कासगंज दो दिन से जल रहा है। आज भी यह आग ठंडी नहीं हो पाई बल्कि देर रात और भड़क गई। अलग-अलग तोड़फोड़, आगजनी और पथराव की वारदातें होती रहीं। रुक रुक कर अलग-अलग इलाकों में उपद्रव से पुलिस-प्रशासन परेशान रहा।कासगंज हिंसा: दूसरे दिन भी नहीं थमें लोग, देर रात फिर फैली हिंसक आग

शनिवार देर रात छर्रा अड्डा के पास बिलराम चौराहा पर फायरिंग से माहौल बिगड़ गया। नदरई कस्बे में कबाड़े की सूमो और स्कार्पियो फूंक दी गई। सोरों कस्बे में डाकखाने के पास कपडे की दुकान को आग के हवाले किया गया। मोहल्ला मोहन में पेट्रोल बम बरामद किया गया। ख़ुफ़िया सूचना पर रेलवे स्टेशन पर मुस्तैदी बढ़ा दी गई। पुलिस अधिकारी भारी फ़ोर्स के साथ सघन जांच में जुटे हैं लेकिन कुछ भी काबू में नहीं दिखाई दे रहा है।

युवक की मौत से बवाल बढ़ा

दरअसल, गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान समुदाय विशेष ने वंदे मातरम का विरोध कर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। जिसके बाद पथराव और फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई, दो घायल हुए। कई पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन लोग जख्मी हुए हैं। इसके बाद सांप्रदायिक हिंसा की आग ने पूरे कासगंज को अपनी चपेट में ले लिया। शहर में दूसरे दिन भी हालात काबू में नहीं आ सके। अब तक कई वाहन और दुकानें आग के हवाले की जा चुकी है। धर्मस्थलों को भी उपद्रवियों ने निशाना बनाया। स्थिति को काबू करने के लिए पीएसी और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। 

दो संप्रदायों में मोर्चा 

गणतंत्र दिवस पर सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों से शहर में तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। मोहल्ला हुल्का बड्डू में वंदेमातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते कार्यकर्ताओं का संप्रदाय विशेष के युवकों ने विरोध किया तो विवाद हो गया। इसी दौरान समुदाय विशेष के युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया। इस पर दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते पथराव होने लगा।

चारो ओर से घिर जाने पर कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे। इसके बाद उनकी बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया और जमकर तोडफ़ोड़ की गई। थोड़ी देर में दोनों संप्रदाय के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया। छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में संप्रदाय विशेष के उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। इस दौरान गोली लगने से चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता  की मौत हो गई, जबकि प्रिंस और नौशाद घायल हो गए। पथराव में पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन अन्य घायल हो गए।

काबू पाने का प्रयास 

मौके पर पहुंचे डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार सिंह, एडीजी अजय आनंद, कमिश्नर सुभाष शर्मा, आइजी डा. संजीव गुप्ता और एटा के एसएसपी ने हालात पर काबू पाने का प्रयास किया। शुक्रवार देर शाम तक शहर में बवाल होता रहा। पुलिस ने कई बार लाठीचार्ज भी किया। दोपहर बाद एक धर्मस्थल समेत कई स्थानों पर आगजनी का प्रयास किया गया।

रात 8 बजे चंदन के शव को लेकर परिजन और समर्थक प्रभु पार्क के बाहर सड़क पर बैठ गए और मुआवजे और मृतक को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग शुरू कर दी। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो लोगों ने पथराव कर दिया। फायर भी किए गए। भीड़ ने एक कार में तोडफ़ोड़ कर दी। कार में बैठे लखीमपुर खीरी निवासी इमरान को लहूलुहान कर दिया। देर रात शहर में उपद्रवियों ने कई दुकानों में आग लगा दी। रात तनाव में गुजरी। 

निषेधाज्ञा लागू

शनिवार सुबह सीएम के आश्वासन के बाद पुलिस के साये में चंदन का अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन अंत्येष्टि के बाद लौट रही भीड़ में शामिल कुछ अराजक तत्वों ने मिशन चौराहा, बाराद्वारी और सहावर गेट, गली सत्तार बैंड में उपद्रव किया और कई दुकान-वाहनों को आग के हवाले कर दिया। दो बसों में भी आग लगा दी। देर शाम उपद्रवियों ने गंगेश्वर कॉलोनी में बंद पड़े मकान को भी फूंक दिया। प्रशासन ने सीमाएं सील कर दीं, पेट्रोल पंप बंद करा दिए हैं।

पीएसी और आरएएफ मोर्चा संभाले है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। घटना के बाद जिले में सियासी जमावड़ा लग गया। एटा सांसद राजवीर सिंह के अलावा अलीगढ़ मंडल के तमाम भाजपा विधायक भी जिले में पहुंच गए।  एडीजी अजय आनंद ने बताया कि मृतक के पिता सुशील गुप्ता ने बीस लोगों को नामजद किया है। तीन नामजद समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा धारा 144 के उल्लंघन में 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 

पीडि़त को पांच लाख 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीडि़त परिवार को सहायता व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया है। शनिवार सुबह चंदन की अंत्येष्टि के दौरान सांसद राजवीर सिंह ने लोगों का आक्रोश देख फोन से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी दी। दोपहर में शासन की तरफ से डीएम ने पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि सौंपी। 

इंटरनेट सेवा बंद

अफवाहों को फैलने से रोकने और उपद्रव पर काबू पाने को कासगंज में जिलाधिकारी आरपी सिंह के आदेश पर एक दिन के इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। शनिवार शाम पांच बजे से रविवार रात 10 बजे तक के लिए इंटरनेट ठप रहेगा।

ड्रोन कैमरों से नजर

एडीजी अजय आनंद ने अलीगढ़ से ड्रोन कैमरा टीम को शनिवार शाम को बुला लिया। कासगंज में संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे लगा दिए गए हैं। इनसे छतों पर नजर रखी जा रही है।

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