नीतीश कुमार ने संगठन व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष रूप से बातचीत की
मुख्यमंत्री आवास में सांसदों से वन टू वन बातचीत में मुख्यमंत्री ने जदयू के संगठन व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष रूप से बातचीत की। बाढ़ से बचाव को लेकर किए गए काम पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सांसदों को क्षेत्र में जाकर लोगों से मिलते रहने का परामर्श दिया।
जदयू विधायकों व विधान पार्षदों से वन टू वन मुलाकात की शृंखला दो दिन पहले खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपनी पार्टी के सांसदों व राज्यसभा सदस्यों से मिलने का सिलसिला आरंभ किया।
इस क्रम में पहले दिन उन्होंने जहानाबाद के सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, कटिहार के सांसद दुलालचंद गोस्वामी, वाल्मीकिनगर के सांसद सुनील कुमार व राज्यसभा सदस्य अनिल हेगड़े से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री आवास में हुए इस वन टू वन बातचीत में मुख्यमंत्री ने जदयू के संगठन व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष रूप से बातचीत की। बाढ़ से बचाव को ले किए गए काम पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अपने सांसदों को क्षेत्र में जाकर लोगों से मिलते रहने का परामर्श दिया।
बाढ़ से निपटने की तैयारियों के बारे में भी पूछा
सांसदों से मुलाकात के क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ के पूर्व की गयी तैयारी और गाइड बांध की स्थिति के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री ने वाल्मीकिनगर सांसद को यह परामर्श दिया कि गाइ़ड बांध पर निगरानी करते रहना है। कटिहार के सांसद से भी मुख्यमंत्री ने बाढ़ से बचाव को लेकर की गयी तैयारी के बारे में भी चर्चा की।
इस दौरान महानंदा, कोसी और गंगा के जल प्रवाह के बारे मेे बात हुई। कटाव निरोधी कार्य की भी फीडबैक लि्या। कटिहार के सांसद ने कुछ सड़कों की स्थिति के बारे में भी मुख्यमंत्री को बताया।
भाजपा के खिलाफ मजबूती से लड़ना है, क्षेत्र में मिलते रहिए
मुख्यमंत्री ने अपने सांसदों को यह कहा कि भाजपा के खिलाफ मजबूती से लड़ना है। इस क्रम में मुख्यमंत्री का यह परामर्श रहा कि क्षेत्र में जाकर लोगों से मिलते रहिए। चुनाव के लिए तैयार रहना है। संगठन को मजबूत रखिए तभी मुस्तैदी के साथ चुनाव लड़ सकेंगे।
संसदीय क्षेत्र में अधूरी याेजनाओं का भी फीडबैक लिया
मुख्यमंत्री ने अपने सांसदों से वन टू वन मुलाकात के दौरान एक-एक सांसद को 15 मिनट दिए। इस दौरान उन्हाेंने मिलने वाले सभी सांसदाें से यह पूछा कि उनके क्षेत्र में चल रही कौन-कौन सी योजनाएं अभी अधूरी है। उसे शीघ्र पूरा किए जाने को ले क्या करना है, इस बारे में भी पूछा। कहीं से भी अगर कोई दिक्कत है तो तुरंत इस बारे में जानकारी देने को कहा।
महागठबंधन के लोगों का ख्याल रखने की नसीहत
अपने सांसदों को मु्ख्यमंत्री ने यह नसीहत भी दी कि महागठबंधन में जो दल हैं, उनका ख्याल रखना है। सभी से अच्छे संबंध और उनके साथ मान-सम्मान का व्यवहार रखने को कहा।