बेटे अनंत की शादी के लिए नीता अंबानी ने वाराणसी में की बनारसी साड़ि की शॉपिंग
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की 12 जुलाई को, जीओ वर्ल्ड कंवेन्शन सेंटर, मुंबई में शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। इससे पहले अपनी प्री-वेडिंग सेरेमनी और शादी की तैयारियों से वे अक्सर ही सुर्खियां बटोरते नजर आते हैं। इन्हीं की शादी की तैयारियों के सिलसिले में रिलाएंस फाउंडेशन फाउंडर और चेयरपर्सन, नीता अंबानी वाराणसी पहुंची, जहां वे बनारसी साड़ियों की शॉपिंग करने गईं।
बनारसी साड़ियों का दिया ऑर्डर
बनारसी साड़ियां क्रिएटिविटी की पराकाष्ठा है और ये इतनी खूबसूरत होती हैं कि इन्हें किसी भी मौके पर पहना जा सकता है। इन साड़ियों के ऑर्डर के लिए नीता अंबानी बनारसी साड़ियों के लूम के मालिकों से मिलीं और उन्होंने लगभग 50-60 साड़ियां भी खरीदी। इन साड़ियों को चुनने के लिए उन्होंने बनारसी साड़ी के व्यापारियों और कारीगरों को होटल बुलाया और वहां उन्होंने इस साड़ियों को पसंद किया। नीता अंबानी ने बनारसी साड़ियों को बनाने की कला की तारीफ करते हुए कई बुनकरों को साड़ी बनाने के ऑर्डर दिए। अनंत और राधिका की शादी में बनारसी साड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिलेगी और इस साड़ी को बनाने वाले कारीगरों के काम को बढ़ावा भी मिलेगा। आपको बता दें कि इनकी शादी में सिर्फ बॉलीबुड के सितारे ही नहीं, बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय कलाकार और मेहमान भी शामिल होने वाले हैं।
लक्खा बूटी की साड़ी को किया पसंद
अंबानी परिवार से साड़ी बनाने के ऑर्डर पाकर बनारसी साड़ी बनाने वाले बुनकर भी काफी खुश नजर आए। इन्हीं कारीगरों में से एक छोटे लाल पाल ने ANI को बताया कि नीता अंबानी को उनकी बनाई लक्खा बूटी साड़ी काफी पसंद आई। उन्होंने कहा कि अगर नीता अंबानी उनकी बनाई साड़ी अपने बेटे की शादी में पहनेंगी, तो उनकी साड़ियों का प्रचार विदेशों में भी होगा और लोग उनकी बनाई साड़ी को टीवी पर भी देख पाएंगे।
कैसे बनती है लक्खा बूटी साड़ी?
इसके आगे उन्होंने बनारसी साड़ी को बनाने की प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए बताया कि वे बनारस के पुराने कारीगरों में आते हैं और वे लक्खा बूटी की साड़ियां बनाते हैं, जो बनारसी साड़ी का एक प्रकार है। इस साड़ी को बनाने की प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि आमतौर पर साड़ियों को बनाने के लिए आंचल के पास के किनारे में लूम को सेट किया जाता है, लेकिन लक्खा बूटी की साड़ी बनाने के लिए लूम को तीन बार सेट करना पड़ता है और इस साड़ी को पूरी तरह तैयार करने में लगभग 60-62 दिन लग जाते हैं। इतना ही नहीं, इस साड़ी को बनाने के लिए बुनकरों के अलावा भी 20-25 लोगों की जरूरत पड़ती है। दरअसल, इस साड़ी को बनाने के लिए पहले ड्रॉइंग की जाती है, फिर उसका लेआउट तैयार किया जाता है, फिर पंचिंग होती है और उन्हें काटा जाता है। इसके बाद इस साड़ी को हथकरघे पर चढ़ाया जाता है।
इस डिजाइन की साड़ी भी पसंद आई
इनके अलावा, अंगिका हथकरघा के मालिक अक्षय कुशवाहा ने बताया कि नीता अंबानी ने उन्हें 15-20 साड़ियों का ऑर्डर दिया है। सभी साड़ियां असली जरी के इस्तेमाल से बनाई जाएंगी, जिसमें सोने और चांदी के तारों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन साड़ियों की कीमत 1.5-2 लाख से लेकर 5-6 लाख तक होती हैं। इसके आगे उन्होंने बताया कि नीता अंबानी ने बेहद खास साड़ी ली है, जिसे हजारा बूटी कहा जाता है। इस साड़ी पर 35 हजार चांदी की बूटियां बनी थीं और इन्हें बनाने में 40-45 दिन का समय मिल जाता है।
शादी के लिए अंबानी परिवार से मिलने वाले इस ऑर्डर से बनारसी साड़ियों के कारगर काफी खुश हैं और इस ऑर्डर से कई बुनकरों को काम भी मिल रहा है।