अयोध्या गैंगरेप मामले में नया मोड़, सपा नेता मोईद खान का डीएनए नहीं हुआ मैच
अयोध्या में 12 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान के नौकर राजू के साथ पीड़िता की डीएनए रिपोर्ट मैच हो गई है। हालांकि सपा नेता के साथ पीड़िता का डीएनए मैच नहीं हुआ, लेकिन सामूहिक दुष्कर्म के मामले में किसी एक आरोपी के साथ रिपोर्ट मैच हो जाने से अपराध की पुष्टि होती है। मेडिकल साइंस से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार यदि एक आरोपी 70 वर्ष का है और दूसरा 25 वर्ष का तो युवा आरोपी से डीएनए मैच होने की संभावना अधिक होती है।
हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की अदालत में सोमवार को सामूहिक दुष्कर्म के मामले की सुनवाई हुई। आरोपी सपा नेता और उसके नौकर की डीएनए रिपोर्ट पेश की गई। अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान 21 सितंबर को फोरेंसिक लैब के निदेशक को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने बताया कि मुख्य आरोपी के नौकर से डीएनए रिपोर्ट मैच होने से अपराध की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सपा नेता ने पीड़िता के साथ रेप किया और उसके नौकर ने घटना का वीडियो बनाया था। वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पीड़िता के साथ कई बार गैंगरेप किया गया।
मुख्य आरोपी मोईद खान ने अदालत में खुद को निर्दोष बताया था। उनका कहना था कि राजनैतिक कारणों से उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने अपनी उम्र का हवाला देते हुए अपराध में संलिप्तता को नकारा था।
यह था मामला
अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र में 12 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना 29 जुलाई 2024 को सामने आई। पीड़िता की मां ने सपा नेता मोईद खान और उनके नौकर राजू के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पीड़िता ने भी सपा नेता की बेकरी, घर व अन्य स्थानों पर अपराध होने की बात कही थी। नाबालिग के गर्भवती होने के बाद मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।