नासिक में कुत्तों के बाद अब बिल्लियों की नसबंदी, निगम ने लाखों का बनाया बजट

नासिक नगर निगम के पशुपालन विभाग ने बिल्लियों की नसबंदी का फैसला लिया है। राज्य मानवाधिकार आयोग के निर्देश के बाद विभाग ने ये निर्णय लिया। पहले चरण में 606 बिल्लियों की नसबंदी होगी। बिल्लियों को पकड़ने के लिए विशेषज्ञ संगठन बनेगा। इसके लिए निगम ने लाखों का बजट बनाया है और एक बिल्ली की नसबंदी पर 1650 रुपए खर्च होंगे।

महाराष्ट्र के नासिक में कुत्तों के बाद अब बिल्लयों की नसबंदी होने जा रही है। नगर निगम के पशुपालन विभाग ने ये फैसला लिया है। राज्य मानवाधिकार आयोग के निर्देश के बाद यह निर्णय हुआ।

निगम ने बनाया 10 लाख का बजट
अप्रैल में एक संस्था को नियुक्त कर बिल्लियों की नसबंदी को पकड़कर नसबंदी कराई जाएगी। निगम ने बजट में इसके लिए 10 लाख रुपए का प्रावधान किया है। एक बिल्ली की नसबंदी पर 1650 रुपए खर्च होंगे।

606 बिल्लियों की होगी नसबंदी
पहले चरण में 606 बिल्लियों की नसबंदी होगी। बिल्लियों को पकड़ने के लिए विशेषज्ञ संगठन बनेगा। नसबंदी की प्रक्रिया अप्रैल माह से शुरू की जाएगी। हालांकि, कुत्तों की तरह बिल्लियों को पकड़ना भी कठिन है।

इसके लिए एक विशेषज्ञ संगठन की नियुक्ति होगी, जो जाल बिछाकर बिल्लियों को पकड़ेगा। नसबंदी बाद बिल्ली को उसी स्थान पर छोड़ दिया जाएगा जहां से उसे पकड़ा गया था।

एक लाख कुत्तों की हो चुकी नसबंदी
बता दें कि महाराष्ट्र में 2007 से कुत्तों की नसबंदी अभियान चल रहा है। अब तक एक लाख से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है।

क्यों उठाया जा रहा ये कदम
दरअसल, बिल्लियों की बढ़ती संख्या के चलते निगम ये कदम उठा रहा है। बिल्लियां कचरे के ढेर में खाना ढूंढते हुए इधर-उधर घूमती है और कई बार बीमार होकर संक्रमण भी फैलाने का काम करती है। अब नगर निगम शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए ये कदम उठा रहा है।

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