अभी अभी: युवाओं को लेकर बोंले पीएम मोदी, देश का नौजवान नौकरी…!

जी हाँ: अभी अभी: युवाओं को लेकर बोंले पीएम मोदी, देश का नौजवान नौकरी…! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगांठ और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। इस भाषण के लिए दिल्ली के विज्ञान भवन में छात्र मौजूद हैं, साथ उनका ये भाषण टेक्निकल कॉलेजों में लाइव भी देखा जा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि विवेकानंद एक ऐसे युवा थे जिन्होंने सवा सौ साल पहले दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया था। हैरानी की बात है कि लोगों को पहले इस तारीख का महत्व पता नहीं था। लड़कियों के प्रति आदर भाव ने न देखने पर पीएम ने चिंता जताई। पीएम ने कहा कि जो लोग महिलाओं को बराबरी की भाव से नहीं देखते हैं, तो उन्हें स्वामी विवेकानंद के विचारों पर तालियां बजाने का कोई हक नहीं।

इस बीच विज्ञान भवन में वंदे मातरम् का नारा गूंजा, लेकिन पीएम मोदी ने इस नारे के पुकारे जाने पर सवाल उठा दिया। पीएम ने कहा कि पान की पिचकारी के बाद वंदे मातरम् कहने का कोई हक नहीं है। पीएम ने साफ कहा कि गंगा को गंदा करने वालों को वंदे मातरम् कहने का हक नहीं है।

स्वामी विवेकानंद के विचारों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने सफलता का ज्ञान युवाओं को दिया। पीएम ने कहा कि किनारे पर खड़े होने वाला कभी कामयाब नहीं होता, जो नदी में छलांग लगाता है, वहीं कामयाबी को छू पाता है।

अभी अभी: डॉक्टरों ने किया सनसनीखेज खुलासा- बाबा राम रहीम को जेल में सेक्स…!

पीएम ने कहा कि विवेकानंद स्वच्छता पर भी जोर दिया करते थे और लोगों को सफाई के लिए प्रेरित किया करते थे, इसलिए सफाई करने वाला भारत माता की सच्ची संतान है। इस बीच पीएम ने स्किल डेवलपमेंट का युवाओं को महत्व बताया और कहा कि देश का नौजवान नौकरी मांगने वाला नहीं देने वाला होना चाहिए। देश की संस्कृति पर पीएम ने कहा कि क्या खाना है और क्या नहीं खाना ये हमारी परंपरा नहीं है।

इससे पहले पीएम ने ट्विटर पर लिखा कि उनके इस कार्यक्रम का टाइटल यंग इंडिया, न्यू इंडिया रखा गया है। गौरतलब है कि शिकागो में स्वामी विवेकानंद के दिए गए भाषण के 125 साल पूरे होने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी के अवसर पर ये कार्यक्रम रखा गया है।

उन्होंने कहा कि विवेकानंद वे शख्सियत थे, जो युवा शक्ति में विश्वास रखते थे और युवाओं को बेहतर राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा दिया करते थे। उन्हीं के दिए गए सिद्धांतों पर आज युवाओं को आगे बढ़ने के लिए हम प्रेरित करने की कोशिश कर रहे हैं।

Back to top button