मुंबई: चांद और तारे देखना का गजब शौक, प्लास्टिक के पाइप से बना दिया टेलिस्कोप
मुंबई में कई लोगों की ख्वाहिश होती है कि वे टेलिस्कोप से चाँद, सूरज और तारों को नज़दीक से देखें. लेकिन इसके लिए आवश्यक टेलिस्कोप इतने महंगे होते हैं कि आम लोग उन्हें खरीद नहीं सकते. इसी चाहत को मुंबई के एक युवक ने साकार किया है. उसने खुद का टेलिस्कोप बनाकर अपनी इस हसरत को पूरा किया. Local18 की यह विशेष रिपोर्ट उसी युवा की कहानी को पेश करती है.
बालपन से थी टेलिस्कोप में दिलचस्पी
इस होनहार युवक का नाम प्रथमेश सुर्वे है. बचपन से ही उसे टेलिस्कोप से चाँद और तारों को करीब से देखने और उनका अध्ययन करने का शौक था. लेकिन टेलिस्कोप की ऊंची कीमत के कारण उसे खरीदना उसके लिए आसान नहीं था. ऐसे में प्रथमेश ने खुद टेलिस्कोप बनाने का फैसला किया. उसने टेलिस्कोप के निर्माण की जानकारी जुटाई और इसके लिए आवश्यक सभी सामग्री को इकट्ठा किया.
एक साल की मेहनत के बाद मिली सफलता
सामग्री जुटाने के बाद, प्रथमेश ने एक साल तक कड़ी मेहनत की और आखिरकार एक छोटा टेलिस्कोप बनाने में कामयाब रहा. इस सफलता से प्रेरित होकर उसने एक बड़ा टेलिस्कोप भी तैयार किया. टेलिस्कोप बनाने में सबसे महत्वपूर्ण होती है उसकी लेंस का सही संतुलन. प्रथमेश ने अपनी आवश्यकताओं के अनुसार खासतौर पर लेंस तैयार करवाए. इसके साथ ही, टेलिस्कोप बनाने में पीवीसी पाइप में सही दूरी का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है, जिसे ‘फोकल लेंथ’ कहा जाता है. यह दूरी और कैलकुलेशन बिल्कुल सटीक होना चाहिए, और प्रथमेश ने इस पर भी कामयाबी हासिल की.
लेंस और टेलिस्कोप का महत्व
टेलिस्कोप के निर्माण में सबसे अहम हिस्सा उसकी लेंस होती है. प्रथमेश ने पहले लेंस तैयार करवाए, फिर पीवीसी पाइप से पूरी टेलिस्कोप की बॉडी तैयार की. इसके अलावा, पीवीसी पाइप के अंदर डबल लेंस का इस्तेमाल किया गया, जिसे सही तरह से डबल टेप से जोड़ा गया है. अगर इसमें थोड़ी भी गलती हो जाए, तो चाँद और तारे सही से नहीं दिखते. प्रथमेश ने इन सभी चीज़ों का ध्यान रखते हुए एक बेहतरीन टेलिस्कोप का निर्माण किया.
कम बजट में बड़ी उपलब्धि
प्रथमेश का यह टेलिस्कोप बनाने में कुल लागत लगभग साढ़े तीन हजार रुपये आई. बाजार में मिलने वाले टेलिस्कोप की कीमत करीब 20 हजार रुपये से भी अधिक होती है, लेकिन प्रथमेश ने इस टेलिस्कोप को मात्र 3500 रुपये में तैयार कर लिया. यह टेलिस्कोप न केवल उसकी इच्छाओं को पूरा करता है बल्कि अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत है.