एमपी: वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में खुलेंगे रिसोर्ट
सागर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ देश के कई उद्यमी भी शामिल हुए थे। इसमें उन्होंने वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में रिसॉर्ट खोलने में दिलचस्पी दिखाई। देश के सबसे प्रसिद्ध ताज होटल के जीएम के साथ अन्य उद्यमियों ने भी यहां रिसॉर्ट खोलने की बात कही। स्थानीय स्तर पर आने वाली कुछ परेशानियों से भी सीएम को अवगत कराया गया, जिनके निराकरण के लिए सीएम ने निर्देश दिए।
दरअसल, इस कार्यक्रम में अन्य विभागों के साथ वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व की ओर से भी स्टॉल लगाया गया था, जिसमें देश के जाने-माने रिसॉर्ट प्रबंधकों को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने टाइगर रिजर्व में अपना व्यवसाय स्थापित करने पर सहमति दी। साथ ही, उन्होंने सीएम से कहा कि व्यवसाय तो लग जाएगा, लेकिन उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि इनका समाधान हो जाता है, तो वे तैयार हैं।
प्रगति के खुलेंगे द्वारा
नौरादेही अभयारण्य को वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में शामिल हुए बीस सितंबर को एक वर्ष पूरा हो गया है। प्रबंधन इस टाइगर रिजर्व को विकसित करने के लिए बड़े-बड़े होटल और रिसॉर्ट मालिकों को रिसॉर्ट स्थापित करने के लिए आमंत्रित कर रहा है। व्यवसायी और रिसॉर्ट मालिक यहां अपना व्यवसाय लगाने के लिए तैयार हैं, लेकिन वे अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं, जो उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने रखीं।
अपनी समस्याएं रखीं
सीएम के इन्वेस्टर कार्यक्रम में कई बड़े रिसॉर्ट मालिक, प्रबंधक और ताज होटल के जीएम भी शामिल हुए। उन्होंने सीएम के समक्ष कहा कि प्रमुख समस्याओं में बिजली कनेक्शन के लिए पंचायत की एनओसी, भूमि खरीदने के लिए राजस्व विभाग की शर्तें, आधार कार्ड, और गांव का निवासी प्रमाण पत्र जैसी समस्याएं आती हैं। ये सभी दस्तावेज़ निचले स्तर के अधिकारी मांगते हैं, जिन्हें आसानी से उपलब्ध कराना मुश्किल होता है। यदि इन समस्याओं का समाधान हो जाए, तो वे टाइगर रिजर्व में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए तैयार हैं। टाइगर रिजर्व के अतिरिक्त प्रभारी वन मंडल अधिकारी और इन्वेस्टर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी हेमंत यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में देश और प्रदेश के प्रमुख व्यवसायी और होटल, रिसॉर्ट प्रबंधक शामिल हुए थे। वे टाइगर रिजर्व में अपना व्यवसाय स्थापित करने की सहमति दे चुके हैं और कुछ समस्याएं भी बताई हैं। इसी दौरान, व्यवसायियों ने नौरादेही के बाघ का चित्र मुख्यमंत्री को भेंट किया।