एमपी: चंबल के गांवों में गलघोंटू बीमारी की दहशत, स्वास्थ्य टीम कर रही सर्वे

मुरैना जिले में जौरा विकास खंड के बागवान का पुरा में एक परिवार गलघोंटू (डिप्थीरिया) से पीड़ित मिला है। उसका ग्वालियर में इलाज चल रहा है। वहीं, चार बच्चे और बीमार बताए गए हैं। चिकित्सकों ने गांव पहुंचकर उनमें से दो बच्चों के सैंपल लिए हैं, उनको जांच के लिए भेजा है।

एक ही परिवार के करीब आठ लोगों के बीमार होने की खबर है। बागवान का पुरा में एक सप्ताह पूर्व सौम्या (तीन) पुत्री श्यामसुंदर कुशवाह के गले में छाले, दर्द की शिकायत मिली। परिजन मुरैना में नाक, गला रोग विशेषज्ञ के पास ले गए। लेकिन इलाज से कोई लाभ नहीं मिला तो चिकित्सक ने बच्ची को ग्वालियर रेफर कर दिया। चिकित्सकों ने उसको गलघोंटू होना बताया है। हालांकि, अब बच्ची का स्वास्थ्य नियंत्रण में है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग व डब्ल्यूएचओ ने गंभीरता से लिया है। दो दिन से लगातार बागवान का पुरा में टीम कैंप कर रही है।

चिकित्सकों की टीम ने गांव में पंचनामा तैयार किया है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि बागवान का पुरा में एक केस डिप्थीरिया का मिला है। इसलिए गांव में इलाज व सर्वे शुरू कर दिया है। गांव की बच्ची ग्वालियर भर्ती है, उसी परिवार के चार बच्चों को भी शिकायत पाई गई है, उनमें से दो बच्चे निखिल (आठ) पुत्र हरवीर कुशवाह, मानषी (छह) पुत्री हरवीर कुशवाह के गले का सैंपल लिया गया है। उसको जांच के लिए भेजा जा रहा है। अभी दो बच्चे और इसी परिवार के उनके भी सैंपल लिए जाने हैं। बीमार तो और लोग भी बताए गए हैं। ज्यादातर लोगों के गले में छाले, दर्द की शिकायत आ रही है।

खास बात यह है कि बागवान का पुरा में गलघोंटू जैसी खतरनाक बीमारी फैल गई और दो दिन से लगातार चिकित्सकों ने टीम गांव में जा रही है। लेकिन किसी ने सीएमएचओ को अभी तक किसी से जानकारी देना उचित नहीं समझा। बागवान का पुरा में डब्ल्यूएचओ व स्वास्थ्य विभाग की टीम दो दिन से लगातार कैंप किए हुए है। पीड़ित परिवार के आसपास 20 घरों का सर्वे किया गया है। गांव में इस बात का सर्वे करवाया गया है कि कौन-कौन लोग बीमार हैं, उनको क्या परेशानी है। अगर किसी को बुखार भी आ रहा है, उसको भी दवा दी गई है।

पीड़ित लोगों को पैरासिटामोल व एजिथ्रोमाइसिन टैबलेट वितरित की गई और लोगों के सलाह दी कि लगातार तीन दिन ये दवा लेनी हैं। इसके अलावा भी टीम की लगातार गांव में नजर है। बागवान का पुरा में जौरा सीबीएमओ डॉ. आरएस सेमिल के द्वारा देवगढ़ के चिकित्सक डॉ. दुष्यंत वर्मा, डॉ. प्रतिपाल सिंह एवं डब्ल्यूएचओ की टीम, एएनएम, सीएचओ, आशा सहयोगिनी के द्वारा जांच व सैंपल कराए गए और गांव में सर्वे कार्य किया गया। 

चिकित्सकों की टीम आज भी गांव में पहुंचेगी और अन्य बच्चों का भी चेकअप किया जाएगा। साथ ही गांव में अन्य बीमार लोग हैं, उनको चेक किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग को टीम को पाकर ग्रामीणों को काफी राहत महूसस हुई है। बागवान के पुरा में फैली बीमारी के बाद गांव में चिकित्सकों का दल पहुंचा और उन्होंने चेकअप के साथ ग्रामीणों से यह भी कहा कि एक बार अपना पानी भी चेक करवा लो। अब ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव के पानी की भी जांच कराई जाए, जिससे यह स्पष्ट हो जाए कि कहीं पानी की वजह से तो बीमारी नहीं फैल रही।

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