Movie Flop होने पर भी नहीं होता है Producers को ज्यादा नुकसान

अक्सर हम फ्लॉप टर्म सुनकर समझते हैं कि प्रोडक्शन और डायरेक्टर को नुकसान हो गया है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। हालांकि फ्लॉप होने पर उतना मुनाफा नहीं होता, जितनी शिद्दत से मूवी बनाई जाती है। उनके नुकसान की भरपाई अलग-अलग कमाई के सोर्स से पूरी हो जाती है।
आइए जानते हैं कैसे?
Movie Flop होने पर कैसे होती कमाई?
हम यहां प्री-बिजनेस के बारे में बात कर रहे हैं. प्री-बिजनेस से ही मूवी अच्छी खासी कमाई कर लेती है।
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बेचना
सिर्फ मूवी नहीं, उसके गाने के राइट्स भी बेचे जाते हैं। इन राइट्स को लेने के लिए म्यूजिक कंपनी को मोटा पैसा देना पड़ता है। वहीं ये मूवी सिनेमा हॉल में लगने के बाद ओटीटी या टीवी में भी आती है। यहां भी इनके राइट्स खरीदे जाते हैं। जिसके लिए प्रोडक्शन को मोटा पैसा मिलता है।
डिस्ट्रीब्यूटर से होती है कमाई
रिलीज होने से पहले मूवी को सिनेमाघर तक पहुंचना है। सिनेमाघर तक किसी भी मूवी को पहुंचाने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर की मदद लेनी पड़ती है। इसके लिए प्रोड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूटर को बड़ी कीमत पर इसके राइट्स बेच देते हैं। फिर सिनेमाघरों में होने वाला मुनाफा डिस्ट्रीब्यूटर के खाते में आता है।
जिस फिल्म का जितना ज्यादा पब्लिसिटी होगी, डिस्ट्रीब्यूटर के बीच उसे खरीदने के लिए उतनी होड़ मचेगी।
Sponsorship से कमाई
Sponsorship इस शब्द से तो हर कोई वाकिफ है। आपने देखा होगा कई बार मूवी में किसी कंपनी को जानबूझकर शो किया जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि उस ब्रांड का मूवी के प्रोडक्शन हाउस के साथ टाइप होता है।
इस Sponsorship से कंपनी करोड़ों रुपये छाप लेती है।