मां ऐसे रखे बड़ी हो रही बेटी का ध्यान

मां और बेटी का रिश्ता अपनेआप में बेहद अनोखा होता हैं जो एक दोस्त की तरह एक-दूसरे का साथ देती हैं। बेटी की परवरिश मां के लिए मात्र जिम्मेदारी या मातृत्व नहीं होता बल्कि उनके जरिये अपने बचपन को दोबारा जीना भी होता है। किसी ने ठीक ही कहा है कि इस दुनिया में बेटी की परेशानी, खुशी और इच्छाओं को मां से बेहतर कोई दूसरा नहीं समझ सकता। मां की कोशिश होती हैं कि अपनी बेटी को इस तरह सक्षम बनाए कि उसके सामने आई किसी भी परेशानी का वह डटकर सामना कर सकें। हर मां, अपनी बेटी को दुनिया की बुरी चीजों से दूर भी रखना चाहती हैं और सबसे ऊंची उड़ान भरते भी देखना चाहती हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें हर मां को अपनी बड़ी हो रही बेटी को बतानी चाहिए जो उनके ही बहुत काम आती हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में…

बेटी को जिम्मेदारी का अहसास दिलाएं

बेटी जब तक घर में होती है, उसे पिता और भाई की सुरक्षा मिलती है। मां का लाड मिलता है। ऐसे में बेटी खुद के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझ पाती। पर जब वह बड़ी होती हैं और स्कूल से कॉलेज लाइफ में आती हैं तो उन्हें ये जरूर बताना चाहिए कि उनकी जिम्मेदारी क्या है। बेटी को बताएं कि खुद की सुरक्षा उनकी पहली जिम्मेदारी है। कुछ भी करने से पहले अपनी सुरक्षा के बारे में जरूर सोच लें।

दें फैसले लेने की छूट

बेटी को पूरी छूट दें कि वह अपने फैसले खुद ले सकें। लेकिन वह फैसला सही है या गलत, इसे लेकर उसे जागरुक करना और समझाना आपकी जिम्मेदारी है। अगर लिया गया फैसला बेटी की नजर में सही है और आपकी नजर में गलत, तो उसे समझाएं और बताएं कि उससे क्या नुकसान हो सकता है। हालांकि बेटी को बोलने का पूरा मौका दें।

दोस्तों का चुनाव करें संभल कर

बेटी जब कॉलेज लाइफ में प्रवेश करे तो मां को उसे ये जरूर बताना चाहिए कि अच्छे दोस्तों की परख कैसे होती है। गलत दोस्तों का चयन कितना नुकसानदायक हो सकता है? बेटी को दोस्त बनाने की सलाह दें लेकिन उसे ये जरूर बताएं कि दोस्तों का चयन संभल कर करें। अपने दोस्तों के साथ कैसा व्यवहार करें।

बेटी का मनोबल बढ़ाएं

मां को अपनी बेटी को ये एहसास भी दिलाना चाहिए कि वह उस पर कितना विश्वास करती हैं और हर सही कदम पर बेटी के साथ हैं। लाइफ के नए पड़ाव का डटकर सामना करने की सीख दें। किसी भी परेशानी में पड़े तो परिवार को, खासकर अपनी मां को जरूर बताएं ताकि मिलकर उस परेशानी से निकला जा सके। इसके अलावा अगर कभी विफलता हाथ लगे तो कमजोर न पड़े बल्कि फिर से सफलता के लिए प्रयास करने की सीख दें। बेटी को सिखाएं कि वह सबसे बेहतर है और उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है। उसे खुद में विश्वास रखने की सीख दें ताकि किसी भी मुसीबत में वह घबराए नहीं और डटकर सामना करे। जिंदगी में अकसर ऐसे मोड़ आ जाते हैं जहां एक लड़की का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। यह मोड़ एक रिलेशनशिप में भी हो सकता है या फिर प्रफेशनल लाइफ में भी हो सकता है। लेकिन अगर आत्मविश्वास रहेगा तो वह हर मुसीबत से लड़कर निकल आएगी।

प्यार के बारे में भी करें बात

लड़कियां बड़ी होने लगती हैं तो स्वाभाविक है कि उम्र के साथ उनकी किसी खास दोस्त के प्रति नजदीकियां बढ़ें। ब्रेकअप और क्रश ये सब आपकी बेटी के जीवन में भी आ सकता है। इसे लेकर न खुद पेनिक हों और न ही बेटी को दूर रखने का प्रयास करें। बल्कि दोस्तों की तरह अपनी बेटी को इन भावनाओं के बारे में कुछ जरूरी सलाह दें। उन्हें बताएं कि लाइफ में इन सब के आने या जाने से भी जीवन और पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। आपके लिए वही व्यक्ति सही है जो आपकी इज्जत करता है, सम्मान देता है। यह बात बेटी को जरूर बताएं। ऐसे किसी इंसान के लिए अपनी जिंदगी बर्बाद करने का कोई औचित्य नहीं जो न तो आपसे प्यार करता है और न ही आपको सम्मान देता है। बेटी को सिखाएं कि उस इंसान की खुशी से ज्यादा जरूरी उसकी खुद की खुशी और जिंदगी है, जो अनमोल है।

कूल दिखने की होड़ से रहें दूर

अपने शरीर को फिट और हिट बनाए रखना और हर पल स्मार्ट दिखने की कोशिश करना एक अच्छी बात है, और हम सभी को उस मानक को बनाए रखने के लिए नियमित कोशिश करते रहना चाहिए। लेकिन, दोस्तों की भीड़ में खुद को कूल और अट्रैक्टिव दिखाने के लिए ड्रग्स और स्टेरॉयड (एक तरह का नशा) की बुरी लत में पड़ना अच्छा विकल्प नहीं है। यह न केवल आपके शरीर को खोखला बनाती है बल्कि साथ ही साथ आपकी बबली इमेज को खराबी करने के लिए भी ये काफी है। ऐसे में हर मां को हर पल अपनी बेटी को इन सभी बातों से परिचित कराते रहना चाहिए।

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