देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर बढ़ा क्रेज, 13 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल पंजीकृत

देश में 2030 तक बिकने वाले नए वाहनों में 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल होंगे। क्लामेंट एंड एनर्जी रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिसर्च में यह अनुमान लगाया गया है। एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर काउंसिल (सीईईडब्ल्यू) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक कुल बिकने वाले वाहनों में इलेक्ट्रिक की हिस्सेदारी बढ़कर 75 प्रतिशत हो जाएगी। अध्ययन में कहा गया है कि 2030 तक कुल नए टू-व्हीलर में से आधे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर होंगे। इसी तरह थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों में इलेक्ट्रिक की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत होगी।

भारत में 13 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल का हुआ रजिस्ट्रेशन

इसके अलावा सरकार ने बताया कि देश में अभी 13 लाख से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल (ई-वाहन) हैं वहीं  2826 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन (पीसीएस) चालू हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी है।

उन्होंने कहा कि 14 जुलाई 2022 की स्थिति के अनुसार देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल की कुल संख्या 13,34,385 है और इनमें आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और लक्षद्वीप के आंकड़े शामिल नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई) के अनुसार देश में कुल 2826 पीसीएस चालू हैं।

गडकरी ने कहा कि भारी उद्योग मंत्रालय के चरण -दो (फेम इंडिया चरण दो) में इलेक्ट्रिक वाहनों तेजी से अपनाए जाने और मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्लान के तहत, 68 शहरों में 2877 पब्लिक चार्जिंग स्टेशन और 9 एक्सप्रेसवे तथा 16 राजमार्गो पर 1576 चार्जिंग स्टेशन को मंजूरी दी गई है।

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