मुरादाबाद: सीबीआई ने घूस लेते बैंक मैनेजर और सहयोगी को दबोचा, 82 हजार बरामद… 

गाजियाबाद की सीबीआई टीम ने शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे यूपी ग्रामीण प्रथमा बैंक की सरकड़ा खास विश्नोई शाखा में छापा मारा। टीम ने बैंक मैनेजर सचिन पैसल और उसके सहयोगी मुकेश कुमार को एक लाख 82 हजार रुपये के साथ पकड़ लिया। इसमें दो हजार रुपये रिश्वत के थे। आरोप है कि मैनेजर ने किसान से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की फाइल पास करने के नाम पर चार हजार की रिश्वत मांगी थी।

डिलारी के महेशपुर निवासी किसान अमित कुमार ने प्रथमा बैंक की शाखा से किसान क्रेडिट कार्ड बनवा रखा है। अमित कुमार के भाई ललित कुमार ने बताया कि केसीसी पर एक लाख 80 हजार रुपये का लोन लिया था। 12 माह में लोन की रकम चुकानी थी, लेकिन अभी 11 माह हुए हैं। अमित एक लाख 80 हजार रुपये जमा करके दोबारा लोन लेना चाह रहा था, लेकिन बैंक मैनेजर सचिन पैनल ने इसके लिए चार हजार रुपये की रिश्वत मांग कर दी।

किसान ने इसकी शिकायत सीबीआई गाजियाबाद में की थी। सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को एक लाख 82 हजार रुपये के साथ अमित को मैनेजर के पास भेज दिया। अमित ने बैंक में पहुंचकर मैनेजर को रकम दी और कहा कि दो हजार रुपये मेरा भाई लेकर आ रहा है।

मैनेजर ने ये रकम अपने सहयोगी मुकेश कुमार निवासी फरीदपुर कासम को गिनने के लिए दे दी। शुक्रवार दोपहर तीन बजकर 10 मिनट पर टीम बैंक पहुंची और दोनों को रंगेहाथ दबोच लिया। टीम ने रकम बरामद करते हुए दोनों से पूछताछ की और बैंक से दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए।

मैनेजर के आवास में भी पहुंची टीम, पिता रह चुके हैं सभासद
मैनेजर सचिन पैसल मूलरूप से पाकबड़ा के गांव लोधीपुर राजपूत का रहने वाला है। वह वर्तमान में अमरोहा की आवास विकास कॉलोनी में परिवार के साथ रहता है। सचिन करीब दो माह से सरकड़ा खास विश्नोई स्थित बैंक शाखा में मैनेजर के पद पर तैनात है। टीम मैनेजर और उसके सहयोगी मुकेश को पकड़कर गाजियाबाद ले गई है। पकड़े गए मैनेजर के पिता अमरोहा में सभासद रह चुके हैं।

15 दिन से किसान को परेशान कर रहा था मैनेजर
किसान के भाई ललित ने बताया कि 15 दिन से मैनेजर सचिन पैसल उसके भाई को परेशान कर रहा था। कई बार अनुरोध करने पर भी मैनेजर फाइल पास करने को तैयार नहीं हुआ। उसने धमकाते हुए कहा था कि अगर लोन चाहिए तो चार हजार रुपये खर्च करने होंगे। कई बार उसे बैंक से लौटना पड़ा था। इसके बाद गाजियाबाद की सीबीआई टीम से फोन पर शिकायत की थी
एक दिन पहले ही मुरादाबाद पहुंच गई थी टीम
सीबीआई की टीम एक दिन पहले की गाजियाबाद से मुरादाबाद पहुंच गई थी। टीम में छह सदस्य थे। टीम के सदस्य लगातार किसान अमित के संपर्क में रहे। शुक्रवार सुबह टीम डिलारी क्षेत्र में पहुंच गई थी। प्लानिंग के तहत मैनेजर और उसके सहयोगी को दबोच लिया। पूछताछ में पता चला है कि सहयोगी मुकेश ही किसानों से डील करता था।

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