मोहन भागवत के बयान पर शुरू हुई राजनीति, RSS ने दी सफाई

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा सेना को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति शुरू हो गई है। जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी है वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी संघ पर निशाना साधा है। इस बीच संघ में आरएसएस चीफ के बयान को लेकर सफाई दी है।

खबरों के अनुसार संघ प्रमुख ने रविवार को मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि उनके स्वयंसेवक देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। देश को जरूरत पड़ी और संविधान इजाजत दे, तो तीन दिनों में ही वे सेना के रूप में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हो जाएंगे। उनके इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘संघ प्रमुख का बयान हर भारतीय का अपमान है क्योंकि यह उनका सम्मान नहीं करता जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी। यह हमारे तिरंगे का भी अपमान है क्योंकि यह बयान हर उस सैनिक का भी अपमान करता है जिसने इस तिरंगे को कभी सलाम किया था। हमारे शहीदों और सेना का अपमान करने के लिए आपको शर्म आनी चाहिए मिस्टर भागवत।’

वहीं हार्दिक पटेल ने लिखा है कि ‘संघ प्रमुख अब हमारी सेना पर आक्षेप करते है। सेना को कमजोर बताने वाले मोहन भागवत से राष्ट्रभक्ति किसको सिखनी हैं !!! भक्त जवाब जरूर देना नहीं तो साहब तनख्वाह काट लेंगे। सेना का अपमान करने वाले भागवत पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।’

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संघ ने दी सफाई

मोहन भागवत के बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा कि संघ प्रमुख के बयान का गलत मतलब निकाला जा रहे हैं। सेना और स्वयंसेवकों की तुलना नहीं की है बल्कि यह कहा है कि आम लोगों को सैनिक बनाने में 6 महीने लगते हैं लेकिन स्वयंसेवक को ट्रेनिंग मिले तो तीन दिन में सैनिक बना जाएगा।

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