हिसार में महिला दिवस पर मंत्री आवास के बाहर धरना, परिवार ने कहा- हमारी बेटी से मिलवा दो

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जहां पूरे देश में महिलाओं को सम्मान देने और उनके अधिकारों की बात हो रही थी, वहीं हिसार के आजाद नगर निवासी सुनील सोनी का परिवार अपनी 16 वर्षीय लापता बेटी हर्षिता की तलाश में न्याय की गुहार लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा के आवास के बाहर धरने पर बैठ गया।

पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी बेटी 29 सितंबर 2024 से लापता है और वे लगातार पुलिस प्रशासन और सरकार से बेटी को ढूंढने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। महिला दिवस के मौके पर परिवार ने मंत्री से अपील की कि कम से कम आज के दिन उन्हें उनकी बेटी से मिला दिया जाए।

बेटी की तलाश में बार-बार दर-दर भटक रहा परिवार
परिवार के मुखिया सुनील सोनी ने बताया कि उनकी बेटी हर्षिता (16 वर्ष) बीते 29 सितंबर 2024 से लापता है। बेटी की तलाश में उन्होंने कई बार पुलिस प्रशासन से लेकर स्थानीय अधिकारियों तक गुहार लगाई, लेकिन उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिला।

नवंबर 2024 में सुनील सोनी ने अपनी बेटी की खोज के लिए तीन दिन तक लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। पुलिस के आश्वासन पर धरना समाप्त कर दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दिसंबर में परिवार ने 14 दिन तक दोबारा धरना दिया। फिर से प्रशासन ने भरोसा दिया, लेकिन बेटी का कुछ पता नहीं चला।

सीएम से मिलने के बाद भी नहीं मिली बेटी, धरने पर बैठा परिवार
9 जनवरी 2025 को जब सुनील सोनी अपनी बेटी की तलाश के लिए सीएम नायब सिंह सैनी से मिलने जा रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। गुस्से में आकर सुनील ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाया।

मुख्यमंत्री के आदेश पर इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। इस टीम के हेड डीएसपी कंवलजीत को बनाया गया। जांच के दौरान सुनील सोनी ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए, जिसके बाद एसपी ने एएसआई सुनीता को निलंबित कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी परिवार को कोई राहत नहीं मिली।

10 फरवरी 2025 को जब बार-बार की गई शिकायतों का कोई नतीजा नहीं निकला तो परिवार ने हिसार से चंडीगढ़ पैदल कूच किया। वहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दोबारा भरोसा दिलाया कि परिवार के हिसार पहुंचने से पहले बेटी को खोज लिया जाएगा। लेकिन अब 10 दिन बीत जाने के बाद भी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला।

महिला दिवस पर धरना देकर मंत्री से न्याय की गुहार
महिला दिवस के मौके पर सुनील सोनी अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ मंत्री रणबीर गंगवा के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। पीड़ित मां ने रोते हुए कहा किमंत्री जी, सरकार आज महिला दिवस मना रही है। महिलाओं को सम्मान दे रही है। आप हमें भी हमारी बेटी दिला दो। मेरी बेटी को खोज कर मुझसे मिलवा दो। महिला का कहना है कि जब तक उनकी बेटी नहीं मिलेगी, वे मंत्री के घर के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे।

दादी ने परिवार पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब लापता लड़की हर्षिता की दादी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर परिवार पर ही गंभीर आरोप लगाए। दादी ने आरोप लगाया कि हर्षिता की सौतेली मां उसे पीटती थी। सुनील सोनी भी अपनी बेटी के साथ मारपीट करता था। वह अक्सर मेरे पास आकर रोती थी और मेरे साथ रहना चाहती थी, लेकिन उसके माता-पिता उसे हमारे साथ नहीं रहने देते थे। उसकी पढ़ाई भी बंद करा दी गई और उसे काम पर लगा दिया गया था।

दादी के इस बयान के बाद मामला और पेचीदा हो गया है। अब पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा किया जाए और बेटी को परिवार से मिलवाया जाए।

परिवार ने न्याय मिलने तक धरना जारी रखने की कही बात
धरने पर बैठे सुनील सोनी और उनकी पत्नी का कहना है कि जब तक उनकी बेटी हर्षिता का पता नहीं चल जाता, तब तक वे मंत्री आवास के बाहर धरना देते रहेंगे। पीड़िता की मां ने रोते हुए कहा कि अगर हमारी बेटी को कुछ हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? सरकार और प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। हमें अब भी उम्मीद है कि हमारी बेटी हमें मिल जाएगी।

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