कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र ने दिया बड़ा बयान, कहा- जैविक खेती कर लाभ कमाएं किसान

कानपुर : अक्टूबर से प्रदेश सरकार किसानों को मुफ्त में चना, लाही व अलसी के बीज देगी। किसान खेती में रासायनिक खाद का प्रयोग करने से बचें और जैविक खेती की ओर कदम बढ़ाएं। जैविक खेती के लिए गोमूत्र व गाय का गोबर उपयोग करें। इससे संबंधित एक मिश्रण मैंने खुद तैयार कर प्रयोग किया जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। मुख्यमंत्री ने भी इस कवायद के लिए अहम जिम्मा मुझे सौंपा है। मंगलवार को यह बातें कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने कहीं। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में शुरू हुए एग्री इनपुट कान्क्लेव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे और किसानों, प्रोफेसरों आदि को संबोधित कर रहे थे। इसके अलावा किसानों की अन्य समस्याएं भी सरकार समाधान कराएगी।

सीएसए में गेहूं व सब्जियों पर शोध के लिए बनने वाले सेंटर फॉर एक्सीलेंस को लेकर कहा कि बेहतर गुणंवत्ता की फसलें तैयार हो सकें, इसलिए मुख्यमंत्री ने सीएसए को चुना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो इच्छा है कि किसानों की आय दोगुनी हो, इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। विशिष्ट अतिथि भारतीय कृषि विश्वविद्यालय एसोसिएशन संघ के सचिव डॉ.आरपी सिंह ने कहा आधुनिक खेती से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को रोजगार तक मिल सकता है। इस मौके पर प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिसेस ऑफ सीड प्रोडक्शन ऑफ वेजीटेबिल क्रॉप्स नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। इस मौके पर कुलपति प्रोफेसर सुशील सोलोमन, डॉ.मुकेश मोहन, डॉ.मुनीश गंगवार, डॉ.पूनम सिंह, कुलसचिव डॉ.राजेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद थे।

कृषि राज्यमंत्री ने कान्क्लेव कार्यक्रम के दौरान लगे निजी व सरकारी विभागों के स्टाल पर जाकर आधुनिक किस्म के बीज, मशीनों आदि की जानकारी ली। बोले किसानों को हम जितनी अधिक से अधिक नई तकनीक देंगे, उसे उतना ही लाभ होगा।

कुलपति सम्मेलन का आज उद्घाटन करेंगे राज्यपाल

सीएसए में बुधवार से दो दिवसीय कुलपति सम्मेलन की शुरुआत होगी। उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक करेंगे। मंगलवार को यह जानकारी मीडिया प्रभारी प्रो.वेद रत्न तिवारी ने दी। उन्होंने बताया वह सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय पहुंचेंगे इसके बाद यहां 11.30 बजे तक सम्मेलन से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होंगे। सम्मेलन में किसी तरह की बाधा न हो, इसके लिए मंगलवार देर रात तक कैलाश भवन सभागार में तैयारियां होती रहीं।

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