विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेपाल में विमान दुर्घटना से लोगों की मौत पर किया शोक व्यक्त..
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को नेपाल के पोखरा में विमान दुर्घटना में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया जिसमें 72 लोग सवार थे। हवाई अड्डे को फिलहाल बंद कर दिया गया है और बचाव कार्य जारी है।
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को नेपाल में विमान दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। पांच भारतीयों समेत 72 लोगों को लेकर जा रहा एक नेपाली यात्री विमान रविवार को पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते समय नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सिंधिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘नेपाल में दुखद विमान दुर्घटना में लोगों की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ओम शांति।’’
बता दें कि नेपाल की राजधानी काठमांडू से पर्यटन नगरी पोखरा जा रहा एक यात्री विमान रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें सवार पांच भारतीयों समेत 68 लोगों की मौत हो गई। यति एयरलाइंस का दो इंजन वाला एटीआर 72 विमान लैंडिंग से चंद मिनट पहले पहाड़ी से टकराकर आग के गोले में तब्दील हो गया। विमान का काफी हिस्सा सेती नदी के तट पर जा गिरा।
दुर्घटनाग्रस्त विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। हादसे की वजह विमान में तकनीकी खराबी बताई जा रही है। विमान में 15 विदेशी नागरिक भी सवार थे। इनमें पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई के अलावा आस्ट्रेलिया, फ्रांस, अजेंटीना, इजराइल के एक-एक नागरिक थे। यह तीन दशकों में नेपाल में हुई सबसे बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 1992 में काठमांडू में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के लैंडिंग से पहले दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 167 लोगों की मौत हो गई थी।
नेपाल में 16 जनवरी को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।
नागर विमानन प्राधिकरण नेपाल (सीएएएन) ने बताया कि विमान ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सुबह 10:33 पर उड़ान भरी थी। उतरने से कुछ समय पहले पोखरा में पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीएएएन की सर्च एंड रेस्क्यू कोआर्डिनेशन कमेटी के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटनास्थल से 68 लोगों के शव बरामद किए गए।
येती एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि पांच भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27), सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल (35) के रूप में हुई है। इनमें से पहले चारों उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के रहने वाले थे और आपस में दोस्त थे।