सीएचसी काकोरी पर मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित

47 मनोरोगियों को मिला परामर्श एवं उपचार, 8 मनोरोगियों को मिले दिव्यान्गता प्रमाण पत्र

लखनऊ : राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) मेंशुक्रवार को मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित हुआ।इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डा. दिलीप भार्गव ने कहा कि जिस तरह से लोग अपने शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हैं उसी तरह से उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के प्रति भी जागरुक रहना चाहिए क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्या भी एक प्रकार की बीमारी है जिसका सही समय पर पहचान हो जाए तो पीड़ित पूरी तरह से ठीक हो सकता है| अपनी समस्या को छुपायें नहीं| चिकित्सक, परिवार के सदस्य वदोस्तों से खुलकर बात करें| अगर कोई समस्या है तो सीएचसी पर जांच की सुविधा है|

इस मौके पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के मनोचिकित्सक डा. अभय सिंह ने शिविर में आए हुए लोगों कोमानसिक रोग के लक्षण के बारे में जानकारी दी जिसमें उलझन, घबराहट, निराशा के भाव, आत्महत्या के विचार आना, तनाव महसूस होना, हड़बड़ी में रहना, एकाग्रता में कमी, याददश्त में कमी, उदास मन होना, रोने की इच्छा होना आदि| उन्होंने कहा कि यदि परिवार में किसी को या आस-पास किसी में भी इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो नजरअंदाज न करें| स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच और इलाज निशुल्क उपलब्ध हैं|

लंबे समय तक लगातार तनाव रहने से जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है। ऐसे में कई तरह की समस्याएं देखने को मिल सकती है जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी, जैसी समस्याएं भी होसकती हैं । तनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए । जीवन में तनाव से बचने के लिए हमें कुछ समय निकालकर मनोरंजन करना, व्यायाम करना, योगा करना आदि कार्य करने चाहिए। इस मौके पर कुल 47 मनोरोगियों को परमर्श एवं उपचार दिया गया तथा आठ मानसिक दिव्यान्गों को दिव्यान्गता प्रमाणपत्र वितरित किए गए| इस अवसर पर डा. बृजेश, मानोसामाजिक कार्यकर्ता रवि द्विवेदी, संतोष कुमार पाल, गरिमा सिंह, बीपीएम नेतेन्द्र यादव, बीसीपीएम प्रद्युम्न कुमार मौर्य व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे |

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