कश्मीर के खीर भवानी मंदिर में मेला आज, घाटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के तुलमुला में शुक्रवार को खीर भवानी मेले के निर्बाध और सुरक्षित संचालन के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन ने भी मंदिर में पहुंचने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए मजबूत ग्रिड स्थापित किया है। जम्मू से तुलमुला पहुंचे कश्मीरी पंडितों के पहले जत्थे ने मंदिर में माथा टेककर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त कर सुख-समृद्धि की कामना की।

एसएसपी गांदरबल संदीप गुप्ता ने कहा कि जम्मू संभाग में हुए आतंकी हमलों को देखते हुए व्यापक सुरक्षा तैयारियां की गई हैं। विभिन्न कारकों और आतंकवादियों के तौर तरीकों का अच्छी तरह से अध्ययन करते हुए यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए एसएसपी ने कहा, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भक्तों को कोई खतरा महसूस न हो और वे बिना डर के माता खीर भवानी मंदिर के दर्शन कर सकें।

सुरक्षा बल पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। पुलिस सभी उपस्थित लोगों के लिए सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

डीसी गांदरबल श्यामवीर ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को उनकी जरूरत की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए व्यापक तैयारी की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। यात्रा मार्ग और मंदिर के अंदर आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। डीसी, एसएसपी, एसएसपी ट्रैफिक ग्रामीण रविंदर पॉल और स्थानीय निवासियों ने कश्मीरी पंडितों का स्वागत किया।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वार्षिक माता खीर भवानी यात्रा को जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने वीरवार सुबह नगरोटा से रवाना किया। भक्तों के लिए परिवहन, सुरक्षा, आवास, लंगर और अन्य सुविधाओं के लिए बसें शामिल हैं। 176 बसों में लगभग 5000 यात्री माता खीर भवानी मंदिर तुलमुला (गांदरबल), टिक्कर (कुपवाड़ा), देवसर और मंजम (कुलगाम), लोग्रीपोरा (अनंतनाग) के विभिन्न गंतव्यों के लिए रवाना हुए। मुख्य धर्मसभा 14 जून, 2024 को ज्येष्ठ अष्टमी के शुभ अवसर पर तुलमुला में आयोजित की जाएगी। यात्रा 15 जून को वापस लौटेगी।

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