11 दिसंबर से खुलेगा मेगा मार्ट का आईपीओ
Vishal Mega Mart IPO विशाल मेगा मार्ट का 11 से 13 दिसंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा। विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ में 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1025641025 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। कंपनी ने आईपीओ के लिए 74-78 रुपये का प्राइस बैंड तय कर रखा है। इसका लॉट साइज 190 शेयर का होने वाला है।
विशाल मेगा मार्ट का 8,000 करोड़ का आईपीओ ला रही है। इसे 11 से 13 दिसंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकेगा। यह इश्यू ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा। इसका मतलब है कि आईपीओ का पैसा कंपनी को नहीं मिलेगा। ग्रे मार्केट में विशाल मेगा मार्ट आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हालांकि, इसके साथ कुछ रिस्क फैक्टर भी जुड़े हैं, जिन पर आपको जरूर ध्यान देना चाहिए।
विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ में 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,025,641,025 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। कंपनी ने आईपीओ के लिए 74-78 रुपये का प्राइस बैंड तय कर रखा है। इसका लॉट साइज 190 शेयर का होने वाला है। शेयर अलॉटमेंट 16 दिसंबर को फाइनल होगा। इसकी बीएसई और एनएसई पर एंट्री 18 दिसंबर को होगी। इस इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
विशाल मेगा मार्ट IPO GMP
विशाल मेगा मार्ट आईपीओ को ग्रे मार्केट में ठीक-ठाक प्रतिक्रिया मिल रही है। इस मौजूदा जीएमपी 25 रुपये है। इसका मतलब है कि आईपीओ निवेशकों को अपर प्राइस बैंड के हिसाब 25 रुपये यानी 32.05 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिल सकता है। ग्रे मार्केट एक अनधिकृत बाजार है, जहां लिस्टिंग से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री होती है। एक्सपर्ट का मानना है कि निवेश से पहले जीएमपी से अधिक फंडामेंटल पर ध्यान देना चाहिए।
विशाल मेगा मार्ट क्या करती है?
विशाल मेगा मार्ट (VMM) देश की बड़ी रिटेल चेन में शुमार है। इसका फोकस मध्यम और निम्न-मध्यम आय वर्ग के ग्राहकों पर रहता है। विशाल मेगा मार्ट के प्रोडक्ट तीन प्रमुख कैटेगरी में आते हैं। परिधान, सामान्य सामान और फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG)। यह कंपनी जून तिमाही तक देश में 626 विशाल मेगा मार्ट स्टोर चला रही थी। इसका अपना मोबाइल ऐप और साइट भी है।
इस बात का रखें ध्यान
विशाल मेगा मार्ट, सब्सिडियरीज, प्रमोटर्स और निदेशकों के खिलाफ कई कानूनी कार्यवाही चल रही है। इसमें से एक आपराधिक मामला है। आरएचपी के मुताबिक, साथ ही 16 टैक्स प्रक्रियाएं और 32 अन्य कानूनी या नियामक मामले हैं। सब्सिडियरीज के खिलाफ 7 आपराधिक मामले, 33 टैक्स मुकदमे और 247 कानूनी एक्शन चल रही हैं। विशाल मेगा मार्ट के प्रमोटरों के खिलाफ चार टैक्स मुकदमे भी चल रहे हैं।