चिकित्सा मंत्री खींवसर का बड़ा बयान, बोले- अनावश्यक जिलों को समाप्त किया गया, हो रहा था नुकसान

स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बीकानेर दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत में जिला पुनर्गठन, ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी), और एसआई भर्ती मामले पर चर्चा की।

स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बीकानेर दौरे पर रहे। इस दौरान दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे जिले बनने से सरकार को भारी नुकसान हो रहा था। अनावश्यक जिलों को समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि उनका कोई विशेष महत्व नहीं था।

स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि देश में कुछ राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। खींवसर ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है। इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है। खींवसर ने कहा कि हर साल की भांति सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार आदि होने पर अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें।

एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर पूछे गए सवाल पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि इसे रद्द करना इतना आसान नहीं है। उन्होंने बताया कि वह खुद इस मामले में गठित कमेटी के सदस्य रहे हैं। यह मामला पेचीदा है और फिलहाल इसे रद्द नहीं किया जा सकता। मामला कोर्ट में लंबित है। भर्ती प्रक्रिया पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि परीक्षा का आयोजन किया गया था, लेकिन इसमें बड़ी मात्रा में अनियमितताएं सामने आईं हैं। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार स्थिति का गंभीरता से मूल्यांकन कर रही है।

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