जमीन धोखाधड़ी का मास्टर माइंड पुलिस हिरासत में, मोबाइल स्नैचिंग गैंग के बदमाशों को भी पकड़ा
जयपुर: दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जमीन की धोखाधड़ी और मोबाइल स्नैचिंग के मामले में ये कार्रवाई की गई। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।
जयपुर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए 86 लाख रुपये की जमीन धोखाधड़ी के मास्टर माइंड और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरी तरफ मोबाइल स्नैचिंग गैंग के दो शातिर बदमाशों को पकड़ा है। दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपियों से संबंधित साक्ष्य बरामद किए हैं और अन्य वारदातों की जांच कर रही है।
86 लाख की जमीन धोखाधड़ी का खुलासा
सदर थाना पुलिस ने जमीन को फर्जी तरीके से अपनी बताकर प्रॉपर्टी कारोबारी के साथ 86 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई की। पुलिस ने मामले के मास्टर माइंड सुनील पारीक (निवासी नरैना, जयपुर) और उसके साथी प्रमोद पारीक (निवासी महुआ, दौसा) को गिरफ्तार किया।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों ने जमीन का फर्जी दस्तावेज बनाकर प्रॉपर्टी कारोबारी को झांसे में लिया। सौदे के दौरान पीड़ित से 13.30 लाख रुपये के चेक ले लिए और फर्जी आधार कार्ड का उपयोग करते हुए जमीन का बेचान करने का प्रयास किया।
इस मामले में पुलिस पहले ही फर्जी काश्तकार और गवाहों सहित पांच आरोपियों – रामोवतार शर्मा, शंकरलाल शर्मा, विक्रम राठौड़, पूजा चौधरी और भंवर लाल शर्मा को गिरफ्तार कर चुकी है।
आरोपियों से पूछताछ में अन्य वारदातों और ठगी से संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने बताया कि इनके द्वारा की गई धोखाधड़ी के अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।
मोबाइल स्नैचिंग गैंग के दो बदमाश गिरफ्तार
गांधीनगर थाना पुलिस ने मोबाइल छीनने वाली गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 1.50 लाख रुपये कीमत के 11 मोबाइल फोन बरामद किए।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व तेजस्विनी गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में लाला उर्फ रतन बैरवा और जगदीश उर्फ लाला शामिल हैं। दोनों आरोपी जवाहर नगर कच्ची बस्ती के रहने वाले हैं और शहर में कई जगह मोबाइल छीनने की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ये बदमाश सुनसान इलाकों में लोगों को निशाना बनाते थे। पुलिस को संदेह है कि ये गैंग कई अन्य वारदातों में भी शामिल हो सकती है।