मारुति ब्रेजा बनी मोस्ट इन-डिमांडिंग कार

देश के अंदर मारुति सुजुकी का दबदबा सालों से कायम है। उसकी नई नवेली ब्रेजा भी SUV सेगमेंट में सभी को पीछे छोड़ते हुए नंबर-1 का तमगा हासिल कर लिया है। हालांकि, देश के बाहर इस मारुति का दबदबा कायम है। अगस्त में जिन कारों की एक्सपोर्ट सबसे ज्यादा हुआ है उसमें मारुति की ब्रेजा नंबर-1 रही। ब्रेजा की पिछले महीने 6,267 यूनिट एक्सपोर्ट हुईं। जबकि सालभर पहले पुरानी ब्रेजा विटारा की 2,452 यूनिट एक्सपोर्ट हुई थीं। इसके सामने किआ सेल्टॉस, हुंडई वरना, हुंडई क्रेटा जैसी गाड़ियों के साथ मारुति की स्विफ्ट, बलेनो, डिजायर भी फेल हो गईं। कुल मिलाकर एक्सपोर्ट होने वाली टॉप-10 कारों में मारुति के 4 मॉडल, हुंडई के 3 मॉडल, किआ के 2 मॉडल और 1 निसान की मॉडल शामिल रहा।

मारुति ब्रेजा मोस्ट इन-डिमांडिंग कार
देश के बाहर मारुति की ऑल न्यू ब्रेजा मोस्ट इन-डिमांडिंग कार रही। कंपनी ने 155.59% की ईयरली ग्रोथ के साथ इसकी 6,267 यूनिट बेचीं। इसके बाद किआ सेल्टॉस 4,827 यूनिट के साथ दूसरे, निसान सनी 4,646 यूनिट के साथ तीसरे, हुंडई वरना 4,094 यूनिट के साथ चौथे, मारुति स्विफ्ट 3,113 के साथ पांचवें नंबर पर रही है। टॉप-10 में शामिल होने वाले अन्य मॉडल में 2896 यूनिट के साथ हुंडई ग्रैंड i10, 2855 यूनिट के साथ मारुति बलेनो, 2715 यूनिट के साथ किआ सॉनेट, 2406 यूनिट के साथ मारुति डिजायर और 2404 यूनिट के साथ हुंडई क्रेटा रही।

सेलेरियो टॉप-20 की मोस्ट इन-डिमांडिंग कार
मारुति की सेलेरियो पिछले साल की तुलना में एक्सपोर्ट होने वाली कारों की सबसे ज्यादा डिमांडिंग रही है। इसकी 5475% की ईयरली ग्रोथ के साथ 892 यूनिट एक्सपोर्ट हुईं। हालांकि, इसके बाद भी ये 19वें नंबर पर रही। होंडा की सिटी 2,171 यूनिट के साथ 11वें नंबर पर रही। वहीं, सुजुकी जिम्मी 1,598 यूनिट के साथ 12वें, मारुति एस-प्रेसो 1,531 यूनिट के साथ 13वें, हुंडई ऑरा 1,400 यूनिट के साथ 14वें और रेनो क्विड 1,063 यूनिट के साथ 15वें नंबर पर रही। टॉप-20 में मारुति अर्टिगा, निसान मैग्नाइट, रेनो ट्राइबर और मारुति सियाज भी शामिल रही।

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