समुद्री इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के गवाह हैं भारत के 204 लाइटहाउस
भारत सरकार पर्यटन के अलग-अलग आयामों को बढ़ावा देने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। इनमें से एक बड़ा क्षेत्र है लाइटहाउस पर्यटन (Lighthouse Tourism)। देश की 7,500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी तटरेखा पर स्थित 204 लाइटहाउस न केवल समुद्री यात्राओं के लिए सुरक्षित मार्गदर्शन मुहैया करते हैं, बल्कि देश की समृद्ध समुद्री विरासत के प्रतीक भी हैं।
सरकार की दूरदर्शी पहल के चलते इन ऐतिहासिक लाइटहाउस को अब पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस पहल के पीछे मकसद है इनकी ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प विरासत को संजोकर रखना, साथ ही साथ इनका इस्तेमाल करके स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और समुदायों को सशक्त बनाना।
लाइटहाउस पर्यटन न सिर्फ देश के पर्यटन मानचित्र पर एक नया अध्याय जोड़ रहा है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है। साथ ही, यह पर्यटकों को एक शानदार एक्सपीरिएंस दे रहा है, जहां वे इतिहास, प्रकृति और समुद्री जीवन का मेल देख सकते हैं।
क्या है लाइटहाउस पर्यटन?
लाइटहाउस पर्यटन में लाइटहाउस और उनके आसपास के क्षेत्रों को खूबसूरत पर्यटन स्थलों में बदला जाता है। ये विशाल संरचनाएं, जो अक्सर खड़ी चट्टानों, रेतीले तटों या दूरदराज के द्वीपों पर स्थित होती हैं, न केवल समुद्री जहाजों के लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं, बल्कि अब पर्यटकों के लिए एक अट्रैक्टिव स्पॉट बन गई हैं। इन स्थलों पर पहुंचकर टूरिस्ट न केवल प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं, बल्कि समुद्री इतिहास के बारे में भी जान सकते हैं।
क्यों जरूरी है लाइटहाउस पर्यटन?
सांस्कृतिक विरासत: लाइटहाउस भारत की समुद्री विरासत का अहम हिस्सा हैं। ये संरचनाएं न केवल समुद्री व्यापार के इतिहास को बयां करती हैं, बल्कि स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली का भी प्रतिनिधित्व करती हैं।
पर्यटन को बढ़ावा: प्रकाश स्तंभ पर्यटन भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने में एक खास भूमिका निभाता है। ये स्थल देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं और पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के अनुभव प्रदान करते हैं।
स्थानीय अर्थव्यवस्था: प्रकाश स्तंभ पर्यटन स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं और क्षेत्र का विकास होता है।
सस्टेनेबल पर्यटन: प्रकाश स्तंभ पर्यटन को सतत विकास के सिद्धांतों के अनुसार विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है।
सरकार कर रही कोशिशें
भारत सरकार प्रकाश स्तंभ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है। ‘समुद्री भारत विजन 2030’ और ‘अमृत काल विजन 2047’ जैसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के तहत सरकार इन स्थलों को विकसित कर रही है। सरकार का मानना है कि लाइटहाउस पर्यटन भारत को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा।