मनोज सिन्हा ने कहा कि दुनिया ने देखा कश्मीर में अब आतंक और अलगाववाद का दौर समाप्त हुआ..

प्रदेश की जनता में आगे बढ़ने के लिए समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए विश्वास पैदा किया है।उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के बहाने दुनिया ने देखा कश्मीर में अब आतंक और अलगाववाद का दौर समाप्त हो चुका है। जम्मू कश्मीर शांति और विकास के पथ पर अग्रसर है। दरअसल, उन्होंने गुरुवार को गांदरबल में बुनियादी ढांचागत विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया था, जब उन्होंने ये बात कही थी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस सफल आयोजन के लिए जनता को बधाई दी और कहा कि इस सम्मेलन में पूरी दुनिया ने जम्मू कश्मीर के सामाजिक-आर्थिक विकास की तस्वीर को देखा है। जी-20 राष्ट्रों और अतिथि राष्ट्रों के प्रतिपनिधियों ने खुद यहां की जमीनी वास्तविकता को देखा व समझा है। इस सम्मेलन ने प्रदेश की जनता में आगे बढ़ने की, शांति और समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छूने की नई ललक और नया विश्वास पैदा किया है। समाज के हर वर्ग ने जिस ऊर्जा व उत्साह के साथ सम्मेलन को सफल बनाने में सहयोग किया, वह नए सशक्त, विकसित और समृद्ध जम्मू कश्मीर के उभरने का संकेत है।

कई परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ

उपराज्यपाल ने गांदरबल में श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर वेईल में 110 मीटर लंबे पुल के अलावा एक दर्जन सड़क और पेयजल परियोजनआों को जनता को समर्पित किया है। इसमें सिंध नाले पर वेइल में बना एक आर्च पुल है। यहां बता दें कि पाकिस्तान के दुष्प्रचार और आतंकियों की धमकियों के बावजूद श्रीनगर में 22 से 24 मई तक जी-20 पर्यटन कार्यसमूह का सम्मेलन शांत, सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ है। इस सम्मेलन में 25 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।

पिछले साल 300 से ज्यादा फिल्मों की हुई शूटिंग: सिन्हा

उपराज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि बीते साल 300 से ज्यादा फिल्मों व सीरियल की शूटिंग जम्मू कश्मीर में हुई है और 1.88 करोड़ पर्यटक यहां पहुंचे हैं। लगभग नौ लाख पर्यटकों ने गांदरबल जिले की यात्रा की है। सोनमर्ग अब विश्वभर के फिल्म निर्माताओं के लिए शूटिंग का पसंदीदा स्थल बनता जा रहा है।

उपराज्यपाल ने प्रदेश के हर वर्ग और हर क्षेत्र के समग्र विकास के प्रति अपनी संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि गांदरबल में ग्रामीण सड़कों का मजबूत एवं विस्तृत जाल, संपर्क मार्ग व पुलों का निर्माण चार लाख से ज्यादा ग्रामीण आबादी की जिंदगी में सुखद बदलाव लाएगा। उन्होंने मेला क्षीर भवानी और श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के सफल आयोजन में गांदरबल निवासियों के योगदान को भी सराहा और कहा कि वह सदियों पुरानी कश्मीरियत की परंपरा के वाहक है।

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