महेश भट्ट ने कहा कि यहां जो मैंने सुना और देखा है। उससे लग रहा है कि आज छोटे शहरों में भी वह सब हो रहा है, जो बड़े शहरों में होता है। आज फिल्म इंडस्ट्री में अच्छी कहानियों की बहुत कमी है। जो फिल्में बन रही हैं, वे मार्केट को फोकस करके बनाई जाती हैं। ताकि, वह हिट हों और पैसा रिकवर भी हो जाए। पहले के दर्शक और आज के दर्शक अलग तरीके से अपनी पंसद रखते हैं।
बच्चों को लेक्चर नहीं
महेश भट्ट ने कहा कि उन्होंने कभी अपने बच्चों को लेक्चर नहीं दिया। चाहे आलिया हों या फिर पूजा, बचपन से लेकर अब तक उन्होंने कभी लेक्चर नहीं दिया। उसकी वजह यह रही कि वास्तव में उन्होंने लेक्चर देना सीखा ही नहीं। उन्होंने कहा कि कम शब्दों में बात समझा देते थे और वही बात बच्चों को समझ में आ जाती थी।