महाराष्ट्र: समुद्र से जहाज नहीं हटाए जाने और लगातार तेल के रिसाव को लेकर मछुवारो का फूटा गुस्सा

मुंबई: महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान तौकते आकर जा चुका है लेकिन उससे जो नुकसान हुए हैं उनकी भरपाई अब तक नहीं हो पाई है। जी दरअसल हाल ही में मिली जानकारी के तहत पालघर के वाड्राई बीच पर डीजल से भरा जहाज अब भी फंसा हुआ है। आप सभी को हम यह भी बता दें कि ये जहाज अलीबाग से भटककर वाड्राई बीच के पास एक चट्टान से टकरा गया था और टकराने की वजह से जहाज के कई हिस्से टूट गए थे। उसी दौरान से लगातार डीजल का रिसाव समुद्र में हो रहा है। बीते 17 मई को आए तूफान के बाद से अब तक इस जहाज को समुद्र से बाहर नहीं निकाला जा सका है। बताया जा रहा है जहाज में करीब 80 हजार लीटर डीजल लोड है, और वही डीजल धीरे-धीरे रिस कर समुद्र के आसपास फैल रहा है।

अब तक जहाज को समुद्र से नहीं हटाए जाने और लगातार हो रहे तेल के रिसाव को लेकर मछुवारे नाराज है। अब मछुवारों का कहना है कि अगर पूरा डीजल समुद्र में फैल गया तो बड़ी संख्या में समुद्री जीव जैसे मछलियां मर सकती हैं। आप सभी को बता दें कि ये जहाज पत्थरों के बीच फंसा हुआ है। जी दरअसल तौकते तूफान आने के बाद सरकार ने मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में 31 मई तक मछली पकड़ने पर पाबंदी लगा दी है। इसी के चलते मछुआरों को फिलहाल अलीबाग और वाड्राई के आसपास के इलाकों में मछली पकड़ने के लिए जाना पड़ रहा है।
ऐसे में अगर वहां भी डीजल का रिसाव हो गया तो उनका बिजनेस ठप हो सकता है। अब मछुआरों ने यह मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द तेल के रिसाव को रोकने के लिए कोई कदम उठाए। अगर दो दिन में जहाज को हटाकर तेल को साफ नहीं किया गया तो उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।