महाराष्ट्र उत्पाद शुल्क विभाग ने अपने दो अधिकारियों को किया निलंबित
पुणे के एक बार में लोगों को नशीली दवाओं के साथ देखे जाने के बाद महाराष्ट्र उत्पाद शुल्क विभाग ने कार्रवाई करते हुए अपने ही दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया। दरअसल, एक वीडियो जारी होने के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी। वीडियो में पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज कॉलेज रोड पर स्थित एक बार में कुछ लोगों को नशीली दवाओं जैसे पदार्थ के साथ देखा गया था। यह घटना लिक्विड लीजर लाउंज की है। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने 241 लीटर विदेशी शराब बरामद किया। इसकी कीमत तीन लाख रुपये बताई गई।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया। इन आठ लोगों की पहचान संतोष कामठे, विट्ठल कामठे, योगेन्द्र गिरासे, रवि माहेश्वरी, अक्षय कामठे, दिनेश मानकर, रोहन गायकवाड़, मानस मलिक के रूप में हुई है। कोर्ट ने सभी को 29 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। बाद में उत्पाद शुल्क विभाग ने छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, बार रविवार की सुबह पांच बजे तक खुला था। यहां तय समय से ज्यादा देर तक शराब बेचा गया। पुणे में रात के डेढ़ बजे तक बार और पब को खुला रखने की अनुमति है।
एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, “अवैध शराब के जांच के लिए 14 नियमित दस्ते और तीन विशेष दस्ते का गठन किया गया है। एक इंस्पेक्टर, सहायक इंस्पेक्टर और दो बीट मार्शल को इस मामले में निलंबित कर दिया गया है।” पुलिस आयुक्त को भी नार्कोटिक के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम ने की पुलिस आयुक्त से बात
पुलिस ने बार मालिकों, कर्मचारियों और आठ लोगों की हिरासत की मांग करते हुए सोमवार को अदालत में कहा कि एल3 के बाथरूम से नमूनों को एकत्रित करके जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि वे सभी गिरफ्तार किए गए लोगों के खून की जांच भी करना चाहते हैं, जिससे मालूम चल सके कि उन्होंने ड्रग्स का सेवन किया था या नहीं।
पब का कथित वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से बात की। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर को अवैध तरीके से चलाए जा रहे पबों पर सख्त कार्रवाई और अवैध भवन निर्माणों पर बुलडोजर चलाने के निर्दश दिए हैं।