महाकुंभ : काशी में अन्नपूर्णा मंदिर के भक्तों को मिलेगी सहूलियत

महाकुंभ को लेकर काशी में भी तैयारियां चल रही हैं। यहां के प्रमुख मंदिरों में खास इंतजाम किए जा रहे हैं। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत ने भक्तों के लिए कालिका गली का द्वार खोलने का निर्णय लिया है। मंदिर क्षेत्र की दीवार को गिराकर रास्ते को चौड़ा किया जाएगा।

मां अन्नपूर्णा के मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को एक और नए द्वार की सुविधा मिलेगी। मंदिर प्रबंधन ने महाकुंभ की भीड़ को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्रद्धालुओं को मंदिर में ढुंढिराज गणेश द्वार के साथ ही कालिका गली के रास्ते से भी प्रवेश दिया जाएगा। फिलहाल श्रद्धालु इस मार्ग का इस्तेमाल केवल अन्नक्षेत्र में प्रवेश के लिए करते हैं।

महाकुंभ के दौरान काशी में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए कालिका गली मार्ग को तैयार किया जा रहा है। ढाई से तीन फीट चौड़े रास्ते को अन्नपूर्णा मंदिर परिक्षेत्र में छह से सात फीट चौड़ा किया जाएगा। मंदिर क्षेत्र की दीवार को गिराकर रास्ते को चौड़ा किया जाएगा। इससे अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को दो रास्ते मिलेंगे।

अन्नपूर्णा मंदिर में श्रद्धालुओं को सिर्फ ढुंढिराज गणेश मार्ग से ही प्रवेश दिया जाता था। मां अन्नपूर्णा के अन्नक्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु कालिका गली के संकरे रास्ते से होकर पहुंचते थे।

मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होगी। इसको देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने प्रवेश के लिए दो रास्ते तैयार करने की योजना बनाई है। इसके लिए कालिका गली वाले रास्ते से भी श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। गली होने के कारण उसकी चौड़ाई ढाई से तीन फीट है। मंदिर के क्षेत्र में पड़ने वाले रास्ते को छह से सात फीट चौड़ा किया जाएगा। इसके लिए दीवाल को हटाया जाएगा।

फ्लाईओवर के पिलर और आर्च की पेटिंग शुरू
महाकुंभ को देखते हुए शहर के फ्लाईओवर और आरओबी के पिलर व आर्च की पेटिंग का कार्य शुरू हो गया है। इस काम में पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम और रेलवे के इंजीनियर लगे हैं। पहले आर्च सिल्वर कलर के थे। जिन्हें पीले रंग से पेंट किया जा रहा है।

शासन प्रशासन से निर्देश मिलने के बाद विभागों ने शहर को सजाने संवारने का काम शुरू कर दिया है। सभी सड़कों की मरम्मत के लिए गिटि्टयां डाली जा रही हैं। इसके बाद तारकाेल डालकर पैचवर्क कराया जा रहा है। जहां जरूरत होगी वहां सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा जो धूल से भरे आर्च और पिलर हैं। उनकी भी सफाई कराई जा रही है। मजदूर लगाकर सफाई के बाद पानी से धोया जा रहा है। इसके बाद पेटिंग का काम शुरू कराया गया है।

महाकुंभ के दौरान काशी में खुलेंगे 50 रैन बसेरे
महाकुंभ में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए नगर निगम की ओर से 50 रैन बसेरे बनाने की व्यवस्था की जा रही है। इसमें नगर निगम के स्थायी और अस्थायी दोनों तरह के रैन बसेरों को शामिल किया जाएगा। जरूरत के अनुसार पार्क और विद्यालयों को भी अस्थायी तौर पर रैन बसेरों में तब्दील किया जाएगा।

मेयर अशोक कुमार तिवारी के निर्देश के बाद नगर निगम की ओर से सर्वे शुरू कर दिया गया है। जोनवार खुलने वाले रैन बसेरों में सभी प्रकार की सुविधा दी जाएगी। इसमें श्रद्धालुओं को ठंड से बचाने के लिए रजाई, गद्दा, कंबल आदि का प्रबंध किया जाएगा। सामान्य विभाग की ओर से रैन बसेरों में होने वाले इंतजाम को लेकर तैयारी की जा रही है। जनवरी माह में खुलने वाले रैन बसेरों में शौचालय और पानी की भी व्यवस्था होगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए।

गोशालाओं से भी उपले मंगाए जाएंगे। लकड़ियों के अलावा गाय के गोबर से बने उपले की भी मदद ली जाएगी। शहर के सार्वजनिक पार्क को भी रैन बसेरों के लिए टीन से कवर किया जाएगा।

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