M-Cap: बाजार में आई गिरावट का दिखा असर
25 अक्टूबर 2024 को समाप्त हुए कारोबारी हफ्ते में शेयर बाजार के निवेशकों को नुकसान का सामना करना पड़ा। इस हफ्ते पांचों कारोबारी सत्रों में शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। पांचों कारोबारी सत्रों में हुई बिकवाली के कारण मार्केट के टॉप-10 फर्म में से 9 कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ा।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बाजार के टॉप-9 फर्म का संयुक्त एम-कैप 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा गिर गया। जहां एक तरफ एम-कैप में गिरावट आई तो वहीं दूसरी तरफ बाजार के रिटेल निवेशकों को नुकसान का सामना करना पड़ा। अगर इस हफ्ते के टॉप लूजर कंपनियों की बात करें तो वह हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज रहे
विदेशी निवेशकों द्वारा हो रहे आउटफ्लो और दूसरी तिमाही के निराशाजनक नतीजों के कारण बाजार में गिरावट आई है। इस गिरावट भरे कारोबार में टॉप-10 कंपनियों में से केवल एचडीएफसी बैंक के शेयर में ही तेजी आई।
प्रशांत तापसे, वरिष्ठ वीपी (अनुसंधान), मेहता इक्विटीज लिमिटेड
गिर गए इन कंपनी के एम-कैप
हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार मूल्यांकन 44,195.81 करोड़ रुपये घटकर 5,93,870.94 करोड़ रुपये हो गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एम-कैप 41,994.54 करोड़ रुपये घटकर 17,96,726.60 करोड़ रुपये हो गया।
भारतीय स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण 35,117.72 करोड़ रुपये घटकर 6,96,655.84 करोड़ रुपये रहा। भारती एयरटेल का मार्केट कैपिटलाइजेशन 24,108.72 करोड़ रुपये घटकर 9,47,598.89 करोड़ रुपये रह गया।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का बाजार पूंजीकरण 23,137.67 करोड़ रुपये घटकर 14,68,183.73 करोड़ रुपये हो गया।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का बाजार मूल्यांकन 19,797.24 करोड़ रुपये घटकर 5,71,621.67 करोड़ रुपये हो गया।
आईटी की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 10,629.49 करोड़ रुपये घटकर 7,69,496.61 करोड़ रुपये रह गया।
आईटीसी का एमकैप 5,690.96 करोड़ रुपये घटकर 6,02,991.33 करोड़ रुपये हो गया।
आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 5,280.11 करोड़ रुपये घटकर 8,84,911.27 करोड़ रुपये रह गया।
जहां एक तरफ सभी कंपनियों के एम-कैप में गिरावट आई है तो वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक का एमकैप 46,891.13 करोड़ रुपये बढ़कर 13,29,739.43 करोड़ रुपये हो गया।
टॉप-10 फर्म की रैंकिंग
बाजार में आई गिरावट और रिलायंस इंडस्ट्रीज के एम-कैप में आई नरमी के बावजूद वह टॉप-1 फर्म है। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एलआईसी रहे।