प्यार में मिला धोखा है फिलोफोबिया की मुख्य वजह…
प्यार में मिला धोखा सिर्फ आपको तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं ही नहीं देता, बल्कि इससे व्यक्ति फिलोफोबिया का भी शिकार हो सकता है।एक ऐसा फोबिया जिससे व्यक्ति का प्यार पर से भरोसा ही उठ जाता है और वो इस फीलिंग को दबाने या इग्नोर करने की कोशिश करता है। ये किसी तरह का मेंटल डिसऑर्डर नहीं है, लेकिन ये डर व्यक्ति के मेंटल हेल्थ पर इस कदर हावी होने लगता है कि ये उसके बिहेवियर में नजर आने लगता है।
इस डर से बाहर निकलने के लिए आपको खुद से एफर्ट करने होंगे। कुछ तरीके हैं जिनकी मदद से आप फिलोफोबिया से बाहर निकल सकते हैं। जान लें यहां इसके बारे में।
फिलोफोबिया से बाहर आने के टिप्स
धीरे- धीरे आगे बढ़ने की कोशिश करें
ऐसा नहीं कि कोई एक व्यक्ति खराब मिला, तो दुनिया के सारे लोग वैसे ही होंगे। इस फोबिया से निकलने के लिए नए लोगों से मिलें। तभी आपको पता चलेगा कि और भी तरह के लोग हैं, जो दूसरों की फीलिंग को समझते हैं, प्यार को समझते हैं। ऐसे लोगों के साथ से इस फोबिया से निकलने का रास्ता आसान हो जाता है।
नेगेटिव थॉट्स से दूर रहें
बेशक ऐसा एक्सपीरियंस आपके दिमाग में तरह-तरह के निगेटिव ख्याल भर देता है और इसी वजह से आप किसी नए रिश्ते को अपनाने से कतराते हैं, लेकिन इसी से तो बाहर निकलना है। नकारात्मक विचारों से दूर रहने के लिए अपने आप को किसी एक्टिविटी में इंगेज करें, किताबें पढ़ें, उन लोगों से बातचीत करें जिनसे बात करके टेंशन दूर हो जाती है।
सेल्फ केयर पर ध्यान दें
सेल्फ केयर या लव का महत्व समझें। जब आप खुद से प्यार करेंगे, तभी आप दूसरों से भी प्यार कर पाएंगे। अपने आपको कॉन्फिडेंट, हर सिचुएशन का सामना करने वाला बनाएं। अपनी पसंदीदा चीजों में वक्त बिताएं। खुद को खुश रखने की कोशिश करें।