नवरात्रि के 9 दिन इन रंगों के कपड़े पहनकर दिखाएं अलग लुक

शारदीय नवरात्रि का महापर्व 3 अक्टूबर से शुरू होने वाला है। नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान जगह-जगह माता के पंडाल सजाए जाते हैं। 9 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में बड़ी संख्या में भक्त माता के दर्शन को पहुंचते हैं और व्रत, पूजा-अर्चना से माता को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। कोई घर में कलश की स्थापना करता है तो कोई मंदिर जाकर माता के आगे नमन करता है।

 माता रानी को श्रृंगार काफी प्रिय है, इसलिए महिलाएं मां दुर्गा की पूजा के लिए खूब अच्छे से सजती और संवरती हैं। महिलाओं के साथ पुरुष भी माता रानी की पूजा के लिए एथनिक लुक कैरी करते हैं।

नवरात्रि के नौ दिन अलग-अलग रंग पहनने का भी अपना अलग महत्व है। ऐसे में अगर आप माता रानी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको हर दिन के हिसाब से अलग रंग पहनने चाहिए। अलग-अलग रंग पहनकर आप अपना स्टाइलिश अंदाज भी दिखा सकते हैं और माता रानी को प्रसन्न भी कर सकते हैं। 

पहला दिन

नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना होती है और इस दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा होती है। मां शैलपुत्री का पसंदीदा रंग सफेद है। इसलिए नवरात्रि के पहले दिन पर सफेद रंग के वस्त्र पहनकर माता की पूजा और घटस्थापना करने पर मां की असीम कृपा प्राप्त होती है। सफेद रंग के कपड़े पहनने से घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।

नवरात्रि का दूसरा दिन

नवरात्रि के दूसरे दिन बुद्धि और ज्ञान की देवी मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। मां ब्रह्मचारिणी का पसंदीदा रंग नारंगी माना गया है। ये रंग सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है। अगर आप इस दिन नारंगी रंग के वस्त्र पहनकर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हैं तो मां की कृपा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा।

नवरात्रि का तीसरा दिन और तीसरा रंग

नवरात्रि के तृतीय दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा को वीरता की देवी माना गया है। मां चंद्रघंटा का पसंदीदा रंग लाल है जो रक्षा और शक्ति का प्रतीक है। इसलिए नवरात्रि के तीसरे दिन लाल रंग के कपड़े शुभ माने गए हैं।

चतुर्थी पर कौन सा रंग पहनें?

नवरात्रि की चतुर्थी को मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कूष्मांडा को नीला रंग बेहद प्रिय है। इसलिए इस दिन नीले रंग वस्त्र पहनकर पूजा करने से माता का पूर्ण आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

पंचमी पर पहनें ये रंग

नवरात्रि की पंचमी पर मां स्कंदमाता की आराधना की जाती है। स्कंदमाता को पीला रंग अत्यधिक प्रिय है। पीला रंग सुख, शांति और धन का प्रतीक माना गया है। इसलिए, नवरात्रि के पांचवे दिन पीला रंग पहनें, इससे आपके जीवन में भी सुख-शांति बनी रहेगी और धन की भी कोई कमी नहीं होगी।

नवरात्रि की षष्ठी पर किस रंग के वस्त्र पहनें?

नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना की जाती है। मां कात्यायनी शांति की देवी हैं और उनका पसंदीदा रंग हरा है। मान्यता है कि इस दिन अगर कुंवारी कन्याएं हरे रंग के वस्त्र पहनती हैं तो उन्हें सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है।

सप्तमी पर पहनें ये रंग

नवरात्रि का सातवां दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप को समर्पित है। मां का ये रूप प्रचंड और तेजमयी माना जाता है। मां कालरात्रि को बुराईयों का अंत करने वाला माना गया है और उनका पसंदीदा रंग स्लेटी या कत्थई रंग पसंद है। इसलिए नवरात्रि की सप्तमी पर कत्थई या स्लेटी रंग के वस्त्र पहनकर माता की पूजा करनी चाहिए।

अष्टमी का रंग

नवरात्रि की अष्टमी पर मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की आराधना का विधान है। मां महागौरी गाय की सवारी करती हैं और उनका वर्ण श्वेत माना गया है। इस दिन सफेद और बैंगनी रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना गया है।

नवरात्रि की नवमी पर पहनें ये रंग

नवरात्रि के आखिरी दिन यानी नवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री धन और सफलता की देवी मानी जाती हैं और लाल और पीला रंग उनका पसंदीदा रंग माना गया है। इसलिए इस दिन लाल या पीले रंग के कपड़े पहनकर पूजा-अर्चना करना शुभ माना गया है।

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