Live INDvsAUS 3rd Test : चेतेश्वर पुजारा का तीसरा ‘दोहरा’ प्रहार, द्रविड़ को पछाड़ा, ऋद्धिमान साहा का शतक, ऑस्ट्रेलिया पस्त!

रांची: ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे में अपना तीसरा टेस्ट मैच रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेल रही है. मैच अब अहम मोड़ पर है. यदि टीम इंडिया बड़ी बढ़त हासिल कर लेती है, तो मैच में वापसी कर सकती है. चौथे दिन का खेल जारी है. ऑस्ट्रेलिया के 451 रनों के जवाब में टीम इंडिया ने पहली पारी में चायकाल के बाद 8 विकेट पर 551 रन बना लिए हैं. भारत ने 100 रन की बढ़त हासिल कर ली है. चेतेश्वर पुजारा 202 रन पर आउट हुए. पुजारा ने 521 गेंदों में 21 चौकों के साथ करियर का तीसरा दोहरा शतक जड़ा.

साहा ने 214 गेंदों में सात चौकों और एक छक्के की मदद से करियर का तीसरा शतक लगाया. उन्होंने कुल 117 रन बनाए. पैट कमिन्स ने भारत के चार विकेट, तो स्टीव ओकीफी और जॉश हेजलवुड ने एक-एक विकेट लिया है.

टीम इंडिया का विकेट पतन : 1/91 (लोकेश राहुल- 67), 2/193 (मुरली विजय- 82), 3/225 (विराट कोहली- 6), 4/276 (अजिंक्य रहाणे- 14), 5/320 (करुण नायर- 23), 6/328 (आर अश्विन- 3), 7/527 (चेतेश्वर पुजारा-  202), 8/541 (साहा- 117)

चायकाल के बाद साहा ने जहां टेस्ट करियर का तीसरा शतक लगाया, वहीं पुजारा ने करियर का तीसरा दोहरा शतक ठोका. उन्होंने इसके लिए 521 गेंदों का सामना किया और 21 चौके लगाए. पुजारा को नैथन लियोन ने मैक्सवेल के हाथों 202 रन (525 गेंद) पर कैच कराया. साहा को 117 रन (8 चौके, 1 छक्का) को स्कोर पर स्पिनर स्टीव ओकीफी ने लौटाया.

पुजारा ने द्रविड़ और लक्ष्मण को पछाड़ा, बने पहले भारतीय
सबसे अधिक गेंदों की लंबी पारी के मामले भारत की ओर से राहुल द्रविड़ नंबर वन पर थे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2004 में 495 गेंदों पर 270 रन बनाए थे. अब पुजारा ने उनको पीछे छोड़ दिया है. पुजारा ने 525 गेंदें खेलीं. ऐसा करने वाले वह भारत के पहले बल्लेबाज हो गए हैं. भारतीय धरती पर भारत की ओर से 400 से अधिक गेंदें खेलने के मामले में चेतेश्वर पुजारा ने वीवीएस लक्ष्मण को पीछे छोड़ा है. पुजारा ने 470 से अधिक गेंदे खेल ली हैं, जबकि लक्ष्मण ने साल 2001 में ऐतिहासिक कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 281 रनों की पारी के दौरान 452 गेंदें खेली थीं. तीसरे नंबर पर विनोद कांबली हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साल 1993 में 411 गेंदें खेली थीं और 224 रन बनाए थे.

बेंगलुरू में भी पुजारा बने थे ‘दीवार’
वैसे तो राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद से चेतेश्वर पुजारा ‘दीवार’ के रूप में कई बार भूमिका निभा चुके हैं, लेकिन इस सीरीज में वह ऑस्ट्रेलिया के लिए दो बार मुसीबत बन चुके हैं. बेंगुलरू टेस्ट में यदि टीम इंडिया जीती, तो उसमें दूसरी पारी में पुजारा के 92 रनों का अहम योगदान रहा. उनकी इस पारी के कारण ही टीम इंडिया सुरक्षित स्कोर बना पाई और सीरीज में उसकी वापसी संभव हो पाई थी.

खामोश चल रहा विराट का बल्ला
विराट कोहली चोटिल होने के बावजूद उतरे, लेकिन 23 गेंदों में 6 रन बनाकर ही लौट गए. विराट का बल्ला वर्तमान सीरीज में खामोश ही रहा है. इससे पहले तक उनका बल्ला लगातार रन बरसा रहा था, लेकिन वह इस सीरीज की पांच पारियों में 0, 13, 12, 15 और 6 रन ही बना पाए हैं. लगातार चार सीरीजों में चार दोहरे शतक बना चुके विराट कोहली के लिए यह चिंताजनक हो सकता है.

ये हैं सीरीज में अब तक के टॉप स्कोरर
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही वर्तमान सीरीज में टॉप स्कोरर की बात करें, तो कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ नंबर वन पर हैं. उन्होंने अब तक खेली पांच पारियों में 350 रन बनाए हैं और उनका बेस्ट 178 रन नाबाद रहा है. दूसरे नंबर पर इंडिया के लोकेश राहुल हैं. राहुल ने पांच पारियों में 282 रन जड़े हैं और उनका बेस्ट 90 रन रहा है. चेतेश्वर पुजारा ने पांच पारियों में 282 रन बना लिए हैं और उनकी पारी जारी है.

चायकाल तक : साहा पहुंचे शतक के करीब
दूसरे सत्र में भी चेतेश्वर पुजारा और ऋद्धिमान साहा ने कंगारू गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया और चढ़कर खेले. हालांकि दोनों ने धीमी बल्लेबाजी की, लेकिन यह सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को पार करके खुद बढ़त हासिल की जाए और वह इसमें सफल भी रहे. साहा जहां तेजी से खेले, वहीं पुजारा अपने चिरपरिचित अंदाज में खेलते नजर आए. चायकाल तक दोनों के बीच 175 रनों की साझेदारी हुई, वहीं टीम इंडिया का स्करो 503/6 रहा. चेतेश्वर पुजारा (190) और ऋद्धिमान साहा (99) पर नाबाद रहे.

लंच तक : पुजारा-साहा ने बढ़त के करीब पहुंचाया
चौथे दिन सुबह टीम इंडिया को चेतेश्वर पुजारा और ऋद्धिमान साहा से पहला सत्र बन विकेट खोए निकालने की उम्मीद थी और दोनों इस पर खरे उतरे. साहा ने पुजारा का बखूबी साथ दिया. इस बीच उन्हें किस्मत का भी साथ मिला, जब अंपायर ने साहा और पुजारा दोनों को एक-एक बार आउट दे दिया था, लेकिन डीआरएस से दोनों बच गए. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भी डीआरएस लिया, लेकिन उसमें भी वह नॉटआउट निकले. कंगारू गेंदबाजों को निराशा ही हाथ लगी. दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए अब तक 107 रनों की नाबाद साझेदारी हो चुकी है. साहा ने 100 गेंदों में फिफ्टी बनाई. लंच तक टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 435 रन बना लिए. चेतेश्वर पुजारा (164) और ऋद्धिमान साहा (59) नाबाद लौटे. दोनों ने सुबह टीम की पारी को 6 विकेट पर 360 रन से आगे बढ़ाया.

6 साल बाद टॉप तीन ने बनाया फिफ्टी प्लस स्कोर
टीम इंडिया की ओर से रांची में टॉप के तीनों बल्लेबाजों ने पहली पारी में पचास से अधिक का स्कोर बनाया है. लोकेश राहुल (67), मुरली विजय (82) आउट हो गए हैं, जबकि चेतेश्वर पुजारा शतक बनाकर खेल रहे हैं. इससे पहले साल 2010 में ऐसा हुआ था, जब न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट की एक ही पारी में टॉप के तीन बल्लेबाजों ने फिफ्टी प्लस का स्कोर किया था. वैसे 2006 से 2010 के बीच ऐसा आठ बार हुआ था. अब छह साल बाद यह अवसर आया है.

तीसरे दिन का खेल : एक बार फिर ‘दीवार’ बने पुजारा
तीसरे दिन का खेल पूरी तरह से चेतेश्वर पुजारा के नाम रहा. उन्होंने करियर का नाबाद शतक लगाया. पुजारा के अलावा टीम इंडिया की ओर से ओपनर मुरली विजय ने भी शानदार बल्लेबाजी की. विजय के लिए यह मैच खास है क्योंकि यह उनका 50वां टेस्ट मैच है. उन्होंने इसका जश्न भी मनाया और फिफ्टी बनाई, लेकिन उसे शतक में नहीं बदल सके. विजय ने 82 रनों की पारी खेली. उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े. करुण नायर ने भी पुजारा के साथ 44 रन जोड़े, लेकिन 23 रन पर चलते बने. दूसरे दिन लोकेश राहुल ने भी 67 रन बनाए थे. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट पर 360 रन बना लिए. चेतेश्वर पुजारा (130) और ऋद्धिमान साहा (18) नाबाद रहे.

दूसरे दिन का खेल : कंगारुओं का विसाल स्कोर, टीम इंडिया की अच्छी शुरुआत
टीम इंडिया ने दूसरे दिन अच्छी गेंदबाजी की. खासतौर से रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी-जल्दी पैवेलियन लौटाया, चायकाल से लगभग आधे घंटे पहले कंगारुओं की पारी 451 रन पर सिमट गई. स्मिथ ने नाबाद 178 रन बनाए, जबकि ग्लेन मैक्सवेल ने करियर का पहल शतक (104 रन) जड़ा. टीम इंडिया की ओर से रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट लिए, तो उमेश यादव ने तीन विकेट और आर अश्विन ने एक विकेट झटका, जबकि एक खिलाड़ी रनआउट हुआ. जवाब में भारत ने चायकाल तक बिना किसी नुकसान के 20 रन बना लिए. मुरली विजय और लोकेश राहुल ने सीरीज में पहली बार अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों के बीच 91 रन की साझेदारी हुई. राहुल 69 गेंदों में सीरीज की चौथी और करियर की पांचवीं फिफ्टी पूरी की. इसमें उन्होंने 8 चौके लगाए. अंतिम सत्र के पहले घंटे में इंडिया ने कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 80 रन बना लिए थे. इसके बाद राहुल को पैट कमिन्स ने 67 रन पर कीपर मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया.

स्मिथ हैं ऐसे पांचवें विदेशी कप्तान…
दूसरे दिन के खेल का आकर्षण स्टीव स्मिथ की बड़ी पारी रही. वह कप्तान के रूप में भारतीय धरती पर एक टेस्ट पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने के मामले में पांचवें नंबर पर पहुंच गए हैं. रांची में वह 178 रन पर नाबाद रहे. उनसे ऊपर वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड (242*, मुंबई, 1975), इंग्लैंड के एलिस्टर कुक (190 रन, कोलकाता, 2012), विंडीज के एल्विन कालीचरण (187 रन, मुंबई, 1978) और पाकिस्तान के इंजमाम उल हक (184 रन, बेंगलुरू, 2005) हैं.

पहले दिन का खेल : एक सत्र में इंडिया, तो दो में ऑस्ट्रेलिया रहा हावी
तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर दबाव बना लिया. हालांकि पहले सत्र में टीम इंडिया हावी रही, जबकि अंतिम दो सत्र में कंगारुओं ने स्थिति मजबूत कर ली. दूसरी ओर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अपना कंधा चोटिल करवा बैठे और फिर फील्डिंग करने नहीं लौटे. विराट कोहली को लंच के बाद 40वें ओवर में यह चोट लगी थी. टीम इंडिया ने टॉस हारने के बावजूद लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया के 109 रन पर ही तीन विकेट झटक लिए थे, लेकिन लंच के बाद वह केवल एक ही विकेट ले पाई और चायकाल के बाद तो उसे कोई सफलता नहीं मिली और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने मैदान पर विराट कोहली की गैरमौजूदगी का पूरा फायदा उठाया. कप्तान स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल ने 159 रनों की नाबाद साझेदारी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 299 रन बना लिए. स्मिथ 117 रन (244 गेंद, 13 चौके) और मैक्सवेल 82 रन (147 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) पर नाबाद लौटे. ओपनर मैट रनेशॉ ने 44 रन बनाए, जबकि डेविड वॉर्नर 19 रन ही बना सके.

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