चलिए जानते हैं पेट पैरेंट बनने के क्या फायदे हो सकते है-

अगर आपके पास कोई पेट है, तो आप निश्चित रूप से जानते होंगे कि यह कितना सुखद एहसास होता है। ऐसे लोग खुद को बड़े ही गर्व के साथ पेट पैरेंट कहते हैं क्योंकि उनका पेट उनके लिए किसी बच्चे से कम मायने नहीं रखता। पेट पैरेंट बनना जीवन के सबसे पूर्ण अनुभवों में से एक है। ये पेट कोई भी हो सकता है।

कुछ लोगों को बिल्ली पालना पसंद होता है, तो कुछ डॉग लवर्स होते हैं, जिनसे इन्हें बिना शर्त प्यार, वफादारी मिलती है। जिस तरह से किसी बच्चे के आसपास होने से घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है, उसी तरह घर में पेट्स के होने से भी मुश्किल दिन काफी आसान लगने लग जाते हैं। हालांकि, पेट पैरेंट बनना अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी है। लेकिन ये जिम्मेदारी अपने साथ कई खुशियां भी लेकर आती है। तो चलिए जानते हैं कि घर में पेट रखने के क्या फायदे हैं।

पेट पैरेंट बनने के फायदे

1. बेहतर मेंटल हेल्थ

शोध से पता चला है कि कुत्ता पालने से मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कुत्ते तनाव और चिंता को कम करने, मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने और जीवन जीने की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि कुत्ते डिप्रेशन, अकेलेपन और सामाजिक अलगाव के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। एक पेट पैरेंट के रूप में आपको ये सभी लाभ अनुभव करने का मौका मिलता है।

2. बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य

अपने पेट्स को टहलाने, घुमाने या फिर उनके साथ कोई गेम खेलने के लिए आपको भी उनके साथ लगना पड़ता है, जिससे आपकी भी कसरत हो जाती है। अध्ययनों में पाया गया है कि, जिन लोगों के पास पेट नहीं है उनकी तुलना में जिनके पास पेट हैं उनमें शारीरिक गतिविधि होने की संभावना ज्यादा होती है। व्यायाम के अलावा, कुत्ते दिल की सेहत को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं। शोध से पता चला है कि कुत्ता पालने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है और हार्ट डिजीज का खतरा भी कम हो सकता है। पेट पैरेंट होने का मतलब है कि आप इन शारीरिक स्वास्थ्य लाभों का अनुभव करते हैं, जो आपको लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकता है।

3. जिम्मेदारी

जैसा कि हमने शुरुआत में ही कहा था कि पेट पैरेंट बनने के साथ ढेरों जिम्मेदारियां भी आती हैं। उन्हें प्यार, ध्यान और देखभाल की ज़रूरत होती है और इन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ज़िम्मेदार होना बेहद जरूरी है। पेट पैरेंट के रूप में आपको दूसरे जीवित प्राणी के पालन-पोषण, देखभाल और खुशी का ध्यान रखना पड़ता है। कुत्ते की देखभाल करना जिम्मेदारी, धैर्य और सहानुभूति भी सिखाता है। इसके अलावा ऐसा करके आप एक बच्चे की जिम्मेदारी उठाने में भी सक्षम बनते हैं। पेट्स को पालते हुए आप यह भी सीखते हैं कि दूसरे जीवित प्राणी की देखभाल कैसे करें।

4. बिना शर्त के प्यार

पेट पैरेंट होने के सबसे ज्यादा फायदेमंद चीजों में से एक है बिना शर्त के प्यार पाना, जो आपके पेट्स आपसे करते हैं। खासरकर कुत्ते, जो हमेशा अपने मालिकों को देखकर खुश होते हैं और उनपर प्यार बरसाना शुरू कर देते हैं। ये न ही आपकी आलोचना करते हैं और नहीं आपसे शिकायत। दिनभर के काम से थककर घर लौटने पर पेट्स प्यार से आपका स्वागत करते हैं, जिससे आपका मूड अच्छा हो जाता है। इसके अलावा ये हमेशा गले लगाने, खेलने और आपके साथ समय बिताने के लिए तैयार रहते हैं, जिससे आप हर दिन प्यार का अनुभव करते हैं।

5. कंपैनियनशिप

पेट्स, खासकर कुत्ते इंसान में कंपैनियनशिप को बढ़ावा देते हैं। वे अपने माता-पिता के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और हमेशा उनके साथ खेलने के लिए तैयार रहते हैं। पेट पैरेंट होने का मतलब है कि आपके पास हर वक्त कोई ऐसा मौजूद रहता है, जो आपके साथ कोई एक्टिविटी करने या फिर समय बिताने के लिए हमेशा तैयार रहता है। पेट्स उन लोगों के लिए काफी अच्छे होते हैं, जो अकेले रहते हैं या फिर लंबे समय से अपने घर से दूर रह रहे हैं।

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