आइए वास्तु के अनुसार इस जगह में किन नियमों का पालन होना चाहिए…
लॉबी का घर में बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। यहां परिवार के सदस्य और अतिथि बैठते हैं, भोजन करते हैं। एक साथ समय बिताते हैं। इसे अलावा इस स्थान पर सभी साथ होते हैं, इसलिए वास्तु के अनुसार यहां सकारात्मकता होनी चाहिए, क्योंकि इसी जगह से आपस में रिश्ते मजबूत होते हैं। आइए वास्तु के अनुसार इस जगह में किन नियमों का पालन होना चाहिए।
आचार्य मुकुल रस्तोगी का कहना है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार लॉबी उत्तर या पूर्व दिशा में बनानी चाहिए। अगर यह दिशा खाली नहीं है तो लॉबी पश्चिम में बनवाएं, लॉबी का रंग हल्का होना चाहिए। ज्यादा गहरे रंग नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यदि हल्के रंग होंगे तो घर का वातावरण उत्साहपूर्ण एवं सकारात्मक बना रहेगा।
लॉबी में फर्नीचर की व्यवस्था इस प्रकार करें कि भारी फर्नीचर दक्षिण की ओर हो तथा हल्का फर्नीचर उत्तर या पूर्व की ओर हो।
दीवारों पर पेंटिंग आदि कम हो ताकि माहौल हल्का-फुल्का बना रहे।
बहुत अधिक फर्नीचर, मूर्ति आदि न हो ताकि लॉबी बहुत भारी-भारी न लगे। इससे वहां बैठने वालों को भी भारीपन महसूस होता रहेगा।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।